धनबाद. स्वास्थ्य मंत्री के आदेशों की भी परवाह पीएमसीएच नहीं कर रहा है. सोमवार को निरीक्षण करने आये स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने इमरजेंसी में भरती उत्तम रजक के टूटे पैर का ऑपरेशन करने का निर्देश डॉक्टरों को दिया था. ऑपरेशन के बाद प्रगति रिपोर्ट एक सप्ताह में रांची भेजने की बात कही थी, लेकिन डॉक्टरों ने यहां इलाज करना तो दूर मरीज को ही बाहर रेफर कर दिया. उत्तम जामताड़ा के मोहनपुर स्थित खरकोकुंडी गांव का निवासी है. शनिवार की रात घर के पास वाहन के धक्के से उसका एक पैर टूट गया.
उधार ले एंबुलेंस लाया : उत्तम के भाई पप्पू रजक ने बताया कि मंगलवार की सुबह डॉक्टरों ने कहा कि यहां इलाज नहीं हो पायेगा, मरीज को रांची ले जायें. इसके बाद गांव के लोगों से तीन हजार रुपये उधार लेकर एंबुलेंस बुलाया गया. पीएमसीएच में इलाज के दौरान भी तीन हजार रुपये दवा और जांच में खर्च हुए. शाम को परिजन उसे लेकर रांची के लिए रवाना हो गये.
जिंदगी-मौत से जूझ रहा कृष्णा नहीं हुआ रेफर : प्लास्टिक एनिमिया से पीड़ित टुंडी निवासी कृष्णा टुडू मौत से जुझ रहा है. उसे स्वास्थ्य मंत्री ने इलाज करने का आश्वासन दिया है. मंत्री ने तत्काल रिपोर्ट बनाकर उसे रांची रेफर करने का निर्देश दिया था. इसके बाद इसे बाहर के अस्पताल भेजने की बात कही थी. लेकिन 24 घंटे गुजरने के बाद कृष्णा को रेफर नहीं किया जा सका है. परिजनों के पास इलाज के लिए फूटी कौड़ी तक नहीं है.