धनबाद : जमाडा के 132 सहायकों का वेतन काटने का आदेश सोमवार को प्रबंधन ने जारी कर दिया है. आदेश में 40 सेवारत सहायकों के अलावा बाकी सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों के खिलाफ बिना शो कॉज के उनके अतिरिक्त वेतन की कटौती करने को कहा गया है. प्रबंधन के इस कदम से सहायकों में असंतोष है. हालांकि सेवारत सहायक प्रबंधन के भय से कोई टिप्पणी नही करना चाहता.
क्या है मामला : जमाडा में सहायक संवर्ग कार्यरत तथा सेवानिवृत्त कर्मचारियों का देय वेतनमान एक लंबे समय से मुद्दा बना हुआ था. प्राधिकार के प्रथम पर्षद व सरकार द्वारा इस मुद्दे पर पारित विभिन्न आदेश के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पायी थी. मामला कोर्ट में विचाराधीन रहने के कारण प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की थी. दिनांक 2.9.1995 को प्राधिकार के प्रबंध पर्षद की बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य सरकार नियमों को प्राधिकार कर्मियों के लिए भी लागू करे. इस आलोक में 1.1.1996 से उक्त सहायक संवर्ग के कर्मी व सेवानिवृत्त कर्मियों का वेतनमान 4000-6000 ही देय होना चाहिए था लेकिन वह 5500 से 9000 जो कि सचिवालय सहायक संवर्ग का वेतन है, ले रहे हैं.
कोर्ट में लंबे समय तक चले केस के बाद पिछले दिनों सहायकों ने हाई कोर्ट में अपनी याचिका वापस ले ली, इसके बाद प्रबंधन के लिए कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया. प्रबंधन ने सबसे पहले सेवारत 40 सहायक जो निर्धारित वेतनमान से अधिक ले रहे थे उन्हें शो कॉज किया. एमडी ने बताया कि शो कॉज का जवाब नहीं मिलने पर प्रबंधन यह मानकर की सहायकों को कोई आपत्ति नहीं है, सोमवार को उनके वेतन में कटौती का आदेश जारी कर दिया.
सामूहिक अवकाश की घोषणा
132 सहायकों के वेतन कटौती को लेकर जमाडा प्रबंधन द्वारा जारी आदेश का विरोध शुरू हो गया है. सहायकों ने मंगलवार से सामूहिक अवकाश की घोषणा कर दी है. इस आशय का पत्र भी उन्होंने एमडी कार्यालय को दे दिया है. सहायकों की इस चेतावनी से कार्यालय का काम प्रभावित हो सकता है. हालांकि इस मामले में सहायकों के खिलाफ लड़ने वाले कर्मियों का दावा है कि इस सामूहिक अवकाश का कोई असर कार्यालय के संचालन पर नहीं पड़ेगा.
‘सेवानिवृत्त कर्मियों की कटौती न्यायसंगत नही’
माडा के सेवानिवृत्त सहायक मुश्ताक अली ने कहा कि निवृत्तकर्मियों का वेतन काटना न्यायसंगत नहीं है. एमडी गलत बयानी कर रहे हैं कि सेवानिवृत्त कर्मियों ने शो कॉज का जवाब नहीं दिया. वह खुद एमडी के पास वार्ता के लिए गये थे. उन्होंने दुर्गापूजा के बाद बातचीत के लिए बुलाया था, पर नहीं मिले. एक अन्य आरोप में जमाडा में सेवारत प्रभारी पदाधिकार बिरेंद्र कुमार पर गलत ढंग से प्रोन्नति पाने की जो शिकायत एमडी से की उस पर कार्रवाई नहीं हुई. बताया कि प्रभावित सहायक फिर कोर्ट जायेंगे.