सभी वर्गों को ध्यान में रख कर प्रतिनिधि का चयन किया गया. कुछ सदस्यों का पर्यवेक्षक नागेश्वर प्रसाद सिंह पर अारोप था कि जेनरल कास्ट में प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ा दी गयी है. इसको लेकर नोकझोंक हुई, जो हाथापाई में बदल गयी. लोग अपने प्रतिनिधि का नाम भेजने की मांग कर रहे थे.
इसी बीच पर्यवेक्षक ने आपा खो दिया और जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया. इसको लेकर खूब हंगामा होने लगा. पर्यवेक्षक ने अंतत: गलती स्वीकार की तो लोग शांत हुए. यहां से 34 डेलिगेट्स का चयन होना है. सभी का चयन भी हो गया. लेकिन देर रात तक इसे लेकर चर्चा होती रही. ये डेलिगेट्स 20 मार्च को रांची में होनेवाले चुनाव में भाग लेंगे. उसमें दो इंस्पेक्टर, 10 दारोगा, 22 जमादार होंगे. इस दौरान बतौर पर्यवेक्षक भुवनेश्वर कुंवर, उमेश ठाकुर, दुबराज हेंब्रम, लक्ष्मण राम आदि थे.