धनबाद : काउंसिल फाॅर दी इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन (आइसीएसइ) के आइएससी (प्लस टू) के परीक्षा पैटर्न में चेंज किया गया है. बदला हुआ पैटर्न 2016 के प्लस टू की परीक्षा से ही लागू किया जा रहा है. बदले हुए पैटर्न के अनुसार 12वीं में अब 70 अंक का अब थ्योरी पेपर होगा. वहीं प्रैक्टिकल […]
धनबाद : काउंसिल फाॅर दी इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन (आइसीएसइ) के आइएससी (प्लस टू) के परीक्षा पैटर्न में चेंज किया गया है. बदला हुआ पैटर्न 2016 के प्लस टू की परीक्षा से ही लागू किया जा रहा है. बदले हुए पैटर्न के अनुसार 12वीं में अब 70 अंक का अब थ्योरी पेपर होगा.
वहीं प्रैक्टिकल अब 30 अंक का होगा. बोर्ड ने जहां थ्योरी पेपर का अंक बढ़ा दिया है वहीं प्रैक्टिकल के अंक को कम कर दिया है. ज्ञात हो कि 2015 तक आइएससी की परीक्षा में 50 अंक का थ्योरी और 50 अंक का प्रैक्टिकल पूछा जाता रहा है, लेकिन इस बार सेे इसमें बोर्ड ने चेंज कर दिया है.
सीबीएसइ के पैटर्न को अपना रहा आइसीएसइ : सीबीएसइ में 70 फीसदी की थ्योरी और 30 फीसदी अंक का प्रैक्टिकल लिया जाता है. सीबीएसइ के इस पैटर्न को अब आइसीएसइ बोर्ड ने भी अपने यहां लागू कर लिया है. प्लस टू का प्रैक्टिकल एग्जाम 8 फरवरी से 20 फरवरी तक चलेगा. इसी में इसे लागू किया जायेगा. इससे मार्क्स परसेंटेज स्टूडेंट का बढ़ेगा. इससे अब आइसीएसइ बोर्ड के प्लस टू के स्टूडेंट के मार्क्स परसेंटेज बढ़ेगा.
ग्रेजुएशन में नामांकन में नहीं होगी समस्या : बदले हुए परीक्षा पैटर्न होने से स्टूडेंट्स को काफी राहत मिलेगी. अब ग्रेजुएशन में नामांकन लेने में भी दिक्कतें नहीं होगी. बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार 2015 में दिल्ली यूनिवर्सिटी और कई यूनिवर्सिटी में नामांकन में स्टूडेंट को काफी प्राॅब्लम फेस करना पड़ा, क्योंकि यूनिवर्सिटी थ्योरी में 70 फीसदी अंकों को अच्छी वेटेज दे रहे थे.
ऐसे में आइएससी पास आउट स्टूडेंट्स को एडमिशन लेने में पीछे कर दिया गया. 50 फीसदी अंक में ही वेटेज का नुकसान आइएससी स्टूडेंट को उठाना पड़ा. इस कारण बोर्ड ने इस बार पैटर्न चेंज कर दिया है.