धनबाद: कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन (सीएमओएआइ) बीसीसीएल शाखा ने कंपनी के लाभ के आधार पर पीआरपी देने के कोल इंडिया के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. एसोसिएशन ने इसके खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ने का एलान किया है. सीएमओएआइ बीसीसीएल शाखा की एक बैठक शुक्रवार को सीसीडब्ल्यूओ सामुदायिक भवन में शाखा अध्यक्ष सुधांशु दुबे की अध्यक्षता में हुई. बैठक में बीसीसीएल के सभी एरिया के शाखाध्यक्ष एवं महामंत्री मौजूद थे.
सभी ने एक स्वर से पीआरपी को वर्तमान स्वरूप में नहीं लेने का संकल्प लिया. साथ ही, एसोसिएशन को आंदोलन का शंखनाद करने के लिए अधिकृत किया. सीएमओएआइ बीसीसीएल जोन के महामंत्री भवानी बंद्योपाध्याय ने बताया कि सोमवार को यहां से संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल कोलकाता जा कर कोल इंडिया के चेयरमैन से मिलेगा. सीआइएल के चेयरमैन से बात के बाद आगे आंदोलन की घोषणा होगी.
संगठन को तोड़ने की साजिश : अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के लाभ के आधार पर पीआरपी देने की घोषणा कोयला अधिकारियों की एकता व सीएमओएआइ को तोड़ने की साजिश है. कोल इंडिया के लाभ के आधार पर पीआरपी का भुगतान होना चाहिए. इसको ले कर रहेंगे. इसके लिए आरपार की लड़ाई लड़ेंगे. बैठक को सुधांशु दुबे, किशेर यादव, भवानी बंदोपाध्याय, डॉ दिनेश कुमार सिंह, एके झा, संजय सिंह ने संबोधित किया.
एसपी से मिले कोयला अधिकारी
धनबाद. सीएमओएआइ बीसीसीएल शाखा ने बसंतीमाता खदान दुर्घटना में कोयला अधिकारियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग की है. संघ का प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को एसपी से मिल कर कहा कि कोल इंडिया के इतिहास में पहली बार किसी खान दुर्घटना में कार्मिक अधिकारी पर मुकदमा दर्ज हुआ है. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधांशु दुबे, महामंत्री भवानी बंद्योपाध्याय, डॉ दिनेश सिंह सहित कई सदस्य शामिल थे.