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21 से काम करने लगेगा रीजनल सेंटर

धनबाद: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने कहा है कि विवि का धनबाद स्थित रीजनल सेंटर 21 सितंबर से काम करना शुरू कर देगा. सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सेंटर का काम चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जायेगा. यहां जिन कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है उन्हें भी सेवा […]

धनबाद: विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने कहा है कि विवि का धनबाद स्थित रीजनल सेंटर 21 सितंबर से काम करना शुरू कर देगा. सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि सेंटर का काम चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जायेगा. यहां जिन कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है उन्हें भी सेवा के लिए आवश्यक निर्देश दे दिये गये हैं.
प्रथम चरण में क्या होगा काम : ऑरिजनल व प्रोविजनल सर्टिफिकेट के अलावा माइग्रेशन सर्टिफिकेट 21 सिंतबर के बाद यहीं से धनबाद जिले में स्थित कॉलेजों के स्टूडेंट्स को उपलब्ध हो जायेगा. अब तक इसके लिए स्टूडेंट्स को हजारीबाग का चक्कर लगाना पड़ता था.

बोले वीसी
गुणवत्ता के मद्देनजर मूल्यांकन अब हजारीबाग के बजाय जोनल स्तर पर कराना शुरू कर दिया गया है.
छात्र संघ का चुनाव जनवरी तक होने की संभावना है.
अंगीभूत कॉलेजों में बीएड को लेकर सारी तैयारी हो चुकी है. पहले की तरह सेल्फ फाइनांस हो या नही इस पर मामला फंस रहा है. जल्द ही समाधान हो जायेगा.
बीएड केंद्रों के लिए नयी नियुक्ति के साथ-साथ पुराने में उन्हीं को प्राथमिकता मिलेगी जो एनसीटीइ की अर्हता पूरी करते हैं.
अंगीभूत डिग्री कॉलेजों में जहां पीजी में किसी विषय के लिए डिमांड है और पढ़ाई संभव हो सकती है तो उस पर विचार चल रहा है.
धनबाद में कोयलांचल विवि के लिए विभावि भी सहमत है. इसके लिए ग्राउंड तैयार करने की पहल भी शुरू हो चुकी है.
संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग को डीम यूनिवर्सिटी के लिए पहल करने की तैयारी है. लेकिन उससे पहले उसे नैक एक्रिडिटेशन सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करनी होगी.
प्राइवेट यूनिवर्सिटी के लिए भी दस प्रस्ताव आये हैं.
एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में नैक एक्रिडिटेशन के चलते पीजी का परीक्षा केंद्र फिर से पीके राय कॉलेज या आरएसपी कॉलेज झरिया किया जायेगा.
कॉलेजों में दो पाली में क्लास होने के आलोक में विवि की योजना है कि जरूरतमंद कॉलेजों में छात्र व छात्राओं की क्लास अलग अलग हो. लेकिन इस पर मंथन करने के बाद हीं अंतिम रुप से निर्णय लिया जायेगा.
जिन कॉलेजों में छात्रों व शिक्षकों के बीच अनुपात में संतुलन नहीं है वहां संतुलन बनाने के लिए पड़ोस के कॉलेज में एक साथ पढ़ाई की व्यवस्था की जायेगी. कई जगह एेसा प्रयास शुरू हो गया है.

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