धनबाद: दवा व्यवसायियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल जिले में असरदार रही. जिले की 1200 दवा दुकानें पूरी तरह बंद रही. लगभग तीन करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा. धनबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने रणधीर वर्मा चौक पर धरना दिया और सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की.
एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश दुदानी ने कहा कि सरकार हम व्यवसायियों की रोजी-रोटी छीनने की कोशिश कर रही है. विदेशी दवा कंपनियों को भारत में व्यवसाय करने का आमंत्रण दिया जा रहा है. फार्मेसी एक्ट 1948 में उत्पन्न विवादों से देश के सभी खुदरा दवा विक्रेताओं को अपना व्यवसाय जारी रखना मुमकीन नहीं है.
दवा कानून संशोधन व भारत में एफडीआइ की अनुमति से हम दवा व्यवसायियों को कठिन परिस्थितियों से गुजरना पड़ेगा. सरकार की गलत नीतियों का विरोध जारी रहेगा. श्री दुदानी ने बंद को पूरी तरह सफल बताया. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी दवा की दुकानें पूरी तरह बंद रही. धरना-प्रदर्शन में महासचिव सरोज सरकार, राजकुमार गोस्वामी, सुनील गुप्ता, दुर्गा झा, शेखू खान, अजय वर्णवाल, धीरज कुमार, डॉ नरेश कुमार, निदेश बत्र, शैलेश सिंह, संजय सिंह, सतीश कुमार, मो जफरुद्दीन, अशोक चौधरी, प्रताप मालिक, विनोद कुमार असीम कुमार आदि उपस्थित थे.