धनबाद : वैष्णो देवी की यात्र पर निकले एक परिवार को उचक्कों के कारण बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा. धैया निवासी सुदीप सिन्हा अपनी पत्नी और बेटी के साथ गुरुवार को जम्मू-तवी एक्सप्रेस से वैष्णो देवी की यात्र के लिए निकले थे. लेकिन सासाराम स्टेशन के पहले उचक्कों ने उनका सारा सामान टपा लिया. जब इसकी सूचना उन्होंने टीटीइ व अन्य लोगों को दी तो सबने लौट जाने की सलाह दी.
इसके बाद वह यात्र रद्द कर धनबाद लौट आये. यहां धनबाद जीआरपी में लिखित शिकायत की. जीआरपी ने केस सासाराम जीआरपी को भेज दिया. सुदीप की पत्नी नेहा सिन्हा ने बताया कि बड़ी इच्छा थी कि मां के दर्शन करेंगे, लेकिन यात्र अधूरी छोड़ घर लौटना पड़ा. पता नहीं अब कब अवसर मिलेगा. बताया कि 15 हजार रुपये, पैन कार्ड, दो एटीएम कार्ड, पोशाक व अन्य कई सामान थे. सुदीप सिन्हा ने आरोप लगाया कि ट्रेन में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी. सासाराम स्टेशन के पहले जब उनका सामान चोरी हो गया तो उन्हें कोई सुविधा नहीं मिली.
वह ट्रेन में आरपीएफ व जीआरपी के लोगों को ढूंढ़ते रहे, लेकिन कोई नहीं मिला. जब ट्रेन सासाराम के पास पहुंची तो टीटीइ से शिकायत की, लेकिन टीटीइ ने कार्रवाई के बजाय वापस धनबाद जाने को कहा.
केंदुआ : कुस्तौर निवासी राजू राम (बदला हुआ नाम) ने केंदुआडीह थाने में आवेदन दे कुस्तौर चार नंबर निवासी निवासी मंसूर आलम पर शादी या बुरी नीयत से 14 वर्षीय नाबालिग पुत्री को अपहरण करने का व उसके पिता सरफराज आलम पर उसकी मदद करने का आरोप लगाया है. श्री राम ने अपने आवेदन में लिखा है कि पूर्व में भी 14 जून 14 को अपहरण करने का मामला दर्ज कराया था, जिसमें केदुआडीह पुलिस के सहयोग से लड़की को बरामद किया था. उक्त मामला जुबेनाइल कोर्ट में चल रहा है.
उसके बावजूद फिर दिनांक आठ जून 15 को दुबारा अपहरण कर लिया गया. इस संबंध में केंदुआडीह पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धारा 366 (ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस के दबाव पर किया सरेंडर : पुलिस के दबाव पर मंसूर आलम ने धनबाद कोर्ट में सरेंडर कर दिया. उसे जेल भेज दिया गया है.
नाबालिग लड़की को धनबाद महिला थाना को सुपुर्द कर दिया गया. शनिवार को लड़की की मेडिकल करायी जायेगी. केंदुआडीह थानेदार नरेंद्र कुमार ने कहा कि आरोपित के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. शनिवार को जेल भेजा जायेगा.