धनबाद. जिला परिषद के आइबी के कमरे में लगे फर्नीचर की खरीदारी में गोलमाल के मामले में जिप अध्यक्ष माया देवी ने नये डीडीसी अशोक कुमार सिंह को जांच कराने का आदेश दिया है. माया ने बताया कि फर्नीचर की खरीदारी में बगैर उनकी अनुशंसा के ही बिल पास करा दिया गया और कम कीमत […]
धनबाद. जिला परिषद के आइबी के कमरे में लगे फर्नीचर की खरीदारी में गोलमाल के मामले में जिप अध्यक्ष माया देवी ने नये डीडीसी अशोक कुमार सिंह को जांच कराने का आदेश दिया है. माया ने बताया कि फर्नीचर की खरीदारी में बगैर उनकी अनुशंसा के ही बिल पास करा दिया गया और कम कीमत की सामग्री लगा दी गयी.
कुल चार लाख रुपये का भुगतान किया गया है. जिप अध्यक्ष ने बताया कि राशि के गोलमाल की बात तब उजागर हुई, जब वह समीक्षा कर रही थी. जब घटिया सामग्री लगाने की बात सामने आयी तो तब वह गुरुवार को आइबी पहुंची और निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया कि जहां वुडेन टेबल लगना चाहिए, वहां शीशा का टेबल लगाया गया है.
सोफा की क्वालिटी भी खराब है. बताया कि जो टेबल लगाया गया है, वह 11,353 रुपये का है. जबकि वुडेन लकड़ी लगाने का वाउचर है, उसकी कीमत 17,876 रुपये भुगतान किया गया है. इसी तरह जो सोफा लगाया गया है, उसकी कीमत 13,133 है, जबकि भुगतान 19,897 रुपये किया गया है. इसी तरह स्ट्रीट लाइट लगा दी गयी है. लेकिन कागज पर उसकी कोई चर्चा नहीं है. टीवी भी कम कीमत की लगाये जाने की बात हो सकती है, अभी तक इसकी कीमत का मिलान नहीं किया गया है. बताया कि सारा भुगतान पूर्व डीडीसी चंद्र किशोर मंडल ने किया है. मौके पर जिला अभियंता संजीव कुमार भी मौजूद थे.
क्या कहना है पूर्व डीडीसी का
कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. सभी सामान गोदरेज के खरीदे गये हैं. जहां तक अनुशंसा कराने की बात है तो इसकी कोई जरूरत इसलिए नहीं थी कि उक्त सामानों को लगाने का आदेश जिप बोर्ड की बैठक में लिया गया था. जब बोर्ड में पारित हो गया था तो फिर उसका अनुमोदन लेने की कोई जरूरत नहीं है.
चंद्र किशोर मंडल, तत्कालीन डीडीसी अब जिला बंदोबस्त पदाधिकारी रांची