रामगढ़ से वे अपने आवास के लिए आ रहे थे. जब सरैया टोला स्थित रेलवे गुमटी से आगे पहुंचे तो दो मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहने चार आदमी संतोष पांडेय, विकास तिवारी, संतोष सिंह, प्रेम पांडेय ने कार के सामने मोटरसाइकिल को रोक दिया और पिस्टल व कट्टा निकाल कर फायरिंग करने लगे. इसी बीच दूसरी मोटरसाइकिल से चार अन्य दीपू, गंजु साव, विकास साव व बाधवा पहुंचे और गोली चलाने लगे. गोली लगने से ओम प्रकाश अजय के ऊपर गिर गया. इसके बाद सभी भाग गये. पुलिस छानबीन में जुटी है.
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धनबाद से लौटने के क्रम में अपराधियों ने की गोलियों की बौछार, ठेकेदार की हत्या में आठ पर केस
धनबाद. पतरातू के सरैया टोला में बुधवार की रात धनबाद रेल मंडल के ठेकेदार ओम प्रकाश सिंह उर्फ कन्हैया सिंह की हत्या के मामले में उसके भाई ने पतरातू थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पतरातू स्टीम कॉलोनी निवासी अजय प्रकाश सिंह ने आठ लोगों को नामजद किया है. अजय ने कहा कि उसका भाई […]
धनबाद. पतरातू के सरैया टोला में बुधवार की रात धनबाद रेल मंडल के ठेकेदार ओम प्रकाश सिंह उर्फ कन्हैया सिंह की हत्या के मामले में उसके भाई ने पतरातू थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पतरातू स्टीम कॉलोनी निवासी अजय प्रकाश सिंह ने आठ लोगों को नामजद किया है. अजय ने कहा कि उसका भाई ओम प्रकाश सिंह ठेकेदारी के कार्य से धनबाद गया था. वह बस से रामगढ़ आया. यहां से उसे लेने के लिए अजय कार (जेएच 01 के 9400) से रामगढ़ गये.
घटना स्थल के पास से मोटरसाइकिल बरामद : पुलिस ने घटना स्थल से 500 मीटर दूरी पर एक टीवीएस अपाची (बीआर 01बीएल 9360) मोटरसाइकिल बरामद की गयी है. घटना स्थल पर 9एमएम पिस्टल की गोली का खोखा मिला है. आसपास के लोगों द्वारा बताया गया कि भागने के क्रम में अपराधी गिर गये व बाइक चालू नहीं होने के कारण उसे वहीं छोड़ कर भाग गये. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेजा दिया था. देर रात रामगढ़ एसपी व डीएसपी पतरातू पहुंचे. उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाकात की.
धनबाद में आतंक का माहौल
पतरातू में रेल ठेकेदार की हत्या से धनबाद में आतंक का माहौल है. कन्हैया सिंह के बारे में पता चला है कि वह धनबाद मंडल में सिविल वर्क का ठेका लेता था. वह कुछ बड़े ठेकेदारों से पेटी कांट्रैक्ट पर भी काम लेता था. अभी पतरातू में उसका लाखों का काम चल रहा था. इस बाबत रंगदारी को लेकर उसे कई बार धमकी भी दी गयी थी. इसकी सूचना रेलवे के अधिकारियों के साथ वहां के लोकल पुलिस को भी थी. यह भी पता चला है कि अपराधियों ने कई बार उससे रंगदारी भी मांगी थी, लेकिन उसने नहीं दी. हत्या को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है.
पहले भी हो चुकी हैं हत्याएं
धनबाद रेल मंडल के ठेकेदारों की पहले भी हत्या होती रही है. कुछ वर्ष पूर्व डीआरएम ऑफिस परिसर में ही इरफान आलम की हत्या कर दी गयी. इसके बाद सूर्य विहार कॉलोनी निवासी धीरेंद्र सिंह की हत्या भी उसके घर सामने कर दी गयी. रेलवे ठेकेदार संजय सिंह पर जानलेवा हमला किया जा चुका है. वहीं कई अन्य रेलवे ठेकेदारों को भी धमकी देने की बात सामने आती रही है.
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