धनबाद: एनसीवीटी ने आइटीआइ में ऑनलाइन परीक्षा देने का भी प्रस्ताव संस्थानों को दिया है. हालांकि वर्तमान सत्र 2013-14 में राज्य का कोई भी संस्थान चाहे वह सरकारी हो या निजी इसके लिए तैयार नहीं है. क्योंकि इसके लिए आइटी लिट्रेसी जरूरी है. यह ट्रेनिंग धनबाद ही नहीं पूरे राज्य में अधिकांश संस्थानों में अब तक शुरू भी नहीं की गयी है.
क्यों ऑनलाइन की उठी बात : वर्तमान सत्र से पहली बार सेमेस्टर सिस्टम लागू हुआ है. जबकि राज्य में आइटीआइ के स्टूडेंट्स इसके लिए तैयार नहीं हैं. इसमें हर छह माह में परीक्षा होनी है. परीक्षा संचालन व्यवस्था राज्य सरकार के हाथ में है, जो लेट लतीफ है. ऐसे में यहां के स्टूडेंट्स ऑनलाइन परीक्षा का लाभ ले सकते हैं.
राज्य की स्थिति से अनभिज्ञ : डेढ़ साल पहले ही पूरे देश के आइटीआइ संस्थानों को अपने-अपने यहां आइटी लिट्रेसी देने का आदेश एनसीवीटी ने दिया था, लेकिन झारखंड में इसे हल्के में लिया गया. एनसीवीटी को यह जानकारी है कि अन्य राज्यों की तरह झारखंड में भी सभी सरकारी व निजी संस्थानों के स्टूडेंट्स यह ट्रेनिंग ले रहे हैं.
प्रस्ताव से निजी संस्थानों में खुशी : ऑनलाइन परीक्षा के प्रस्ताव से निजी संस्थानों में खुशी है, क्योंकि ऑनलाइन परीक्षा के लिए उन्हें स्टेट की व्यवस्था पर निर्भर नहीं रहना होगा. निजी आइटीआइ एसोसिएशन के कुमार देव रंजन ने बताया कि इस नयी व्यवस्था से शुरू में थोड़ी परेशानी भले होगी, लेकिन उनका सत्र सुधर जायेगा. यह छात्रहित में है.