17 साल पहले कतरास शहीद चौक के पास हुई थी हत्या, भाई सकलदेव व बहनोई सुरेश सिंह की भी हो चुकी है हत्या
बच्च सिंह और रामधीर सिंह हैं आरोपित
धनबाद : बहुचर्चित विनोद सिंह हत्याकांड में कोर्ट का फैसला गुरुवार को आयेगा. मामले की सुनवाई एडीजे सप्तम निकेश कुमार सिन्हा के अदालत चल रही है. कोर्ट ने विगत 26 मार्च को दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद फैसले की तिथि नौ अप्रैल मुकर्रर की थी . फैसले पर कोयलांचल की निगाह टिकी हुई है.
पूर्व मंत्री बच्च सिंह व उनके अनुज सह बलिया जिप अध्यक्ष रामधीर सिंह ट्रायल फेस कर रहे हैं. रामधीर पिछली डेट पर वह हाजिर नहीं हो सके थे. उन्हें बीमार बताया गया था. विनोद सिंह की हत्या के कुछ ही महीनों के बाद उनके अग्रज सकलदेव सिंह की भी हत्या हो गयी थी. बाद में केस की देखरेख विनोद के जीजा कोल कारोबारी सुरेश सिंह कर रहे थे. वर्ष 2011 में सुरेश सिंह की हत्या कर दी गयी थी.
गौरतलब है कि कतरास स्थित शहीद भगत सिंह चौक के पास 15 जुलाई 1998 को विनोद सिंह की हत्या कर दी गयी थी. विनोद सिंह के भाई दून बहादुर सिंह ने थाने में बच्च सिंह, रामधीर सिंह, राजीव रंजन सिंह व शेर बहादुर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस अनुसंधान में नामजद अभियुक्तों के खिलाफ आरोप सत्य पाया गया. मामले में कुल 19 लोगों की गवाही हुई. कोर्ट में मामले की सुनवाई 17 वर्षो से चल रही है.
सभी 19 गवाहों का परीक्षण व प्रति परीक्षण हो चुका है. मामले में राजीव रंजन (अब मृत) व शेर बहादुर सिंह फरार घोषित हैं. बच्च व रामधीर ही केस में ट्रायल फेस कर रहे हैं. राजीव व व शेर बहादुर के मामले को अलग कर दिया गया है.