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आइओसी का धनबाद डिपो बंद

धनबाद: इंडियन ऑयल कंपनी का धनबाद डिपो बंद हो गया. एक अप्रैल से यहां से ऑपरेशन पूरी तरह बंद कर दिया गया है. पेट्रोल, डीजल व केरोसिन का ऑपरेशन अब जसीडीह टर्मिनल से किया जा रहा है. जबकि एचपीसीएल व बीपीसीएल का डिपो का ऑपरेशन आज भी चल रहा है. जयपुर में हुई घटना के […]

धनबाद: इंडियन ऑयल कंपनी का धनबाद डिपो बंद हो गया. एक अप्रैल से यहां से ऑपरेशन पूरी तरह बंद कर दिया गया है. पेट्रोल, डीजल व केरोसिन का ऑपरेशन अब जसीडीह टर्मिनल से किया जा रहा है. जबकि एचपीसीएल व बीपीसीएल का डिपो का ऑपरेशन आज भी चल रहा है. जयपुर में हुई घटना के बाद केंद्र सरकार ने घनी आबादी वाले क्षेत्र से ऑयल डिपो को हटाने का निर्देश दिया था. आइओसी का डिपो स्थानांतरित हो गया. लेकिन एचपीसीएल व बीपीसीएल डिपो का स्थानांतरण नहीं होने के कारण आज भी खतरा बना हुआ है. पिछले दिनों एचपीसीएल डिपो में ऑपरेशन के दौरान अगलगी की घटना हुई थी. हालांकि आग पर काबू पा लिया गया.
बालीडीह में एचपीसीएल का डिपो तैयार
टिकियापाड़ा स्थित एचपीसीएल के डिपो का भी स्थानांतरण किया जाना है. बालीडीह (बोकारो) में डिपो बन कर तैयार है. अधिकारी सूत्रों के मुताबिक बालीडीह डिपो तक रेल पटरी बिछाने का काम बाकी है. रेल पटरी बिछने के बाद बालीडीह से ऑपरेशन शुरू होगा. इसमें लगभग तीन से चार माह का समय लगेगा.
बीपीसीएल के डिपो के लिए नहीं मिली जमीन
टिकियापाड़ा स्थित बीपीसीएल डिपो का स्थानांतरण की प्रक्रिया भी अब तक शुरू नहीं हुई. पिछले दो साल से जमीन की तलाश की जा रही है. अधिकारी सूत्रों के मुताबिक गोमियां में एक जमीन की तलाश की गयी थी. लेकिन स्थानीय लोगों की गुंडागर्दी के कारण जमीन फाइनल नहीं हुई. बालीडीह(बोकारो) में ही जमीन देखा जा रही है. दो चक्र बातचीत भी हो चुकी है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जल्द वहां डिपो बनाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
60 के दशक में बना है ऑयल डिपो
1960 के दशक में टिकियापाड़ा में ऑयल कंपनियों का डिपो बना. तब यहां की आबादी बहुत कम थी. रेलवे ट्रांसपोर्टिग को देखते हुए ऑयल कंपनियों ने यहां डिपो स्थापित किया. आज यहां की हालत ऐसी है कि टैंकर निकलने में भी काफी परेशानी होती है. कभी हादसा हो जाये तो फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी यहां नहीं पहुंच पायेगी. हालांकि आइओसी ने ऑपरेशन बंद कर दिया है. लेकिन एचपीसीएल व बीपीसीएल के कारण कभी भी हादसा हो सकता है.
डिपो में रहता है 8 लाख लीटर पेट्रोल व डीजल
ऑयल कंपनियों के डिपो में आठ लाख लीटर पेट्रोल व डीजल रहता है. आइओसी के डिपो में चार लाख जबकि बीपीसीएल व एचपीसीएल में दो -दो लाख लीटर तेल स्टॉक रहता है. लगभग 100 टैंकर यहां पार्किग होती है. छोटी सी चिनगारी से पूरा शहर तबाह हो सकता है.
खतरा टला नहीं है : चेंबर
जिला चेंबर महासचिव राजेश गुप्ता ने कहा कि आइओसी डिपो तो शिफ्ट हो गया है. लेकिन एचपीसीएल व बीपीसीएल डिपो के स्थानांतरण नहीं होने से हादसा का डर बना हुआ है. एचपीसीएल व बीपीसीएल के डिपो को हटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से दबाव बनाना चाहिए.

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