धनबाद: झारखंड में संसाधनों की कमी नहीं है. इसके बावजूद यहां के उद्योगपति बाहर इंडस्ट्रीज लगा रहे हैं. सरकार व उद्योगपतियों के साथ तालमेल नहीं होने के कारण ऐसी समस्या आ रही है. हाल के दिनों में ओम बेस्को मामले में भी ऐसी समस्या आयी थी. हालांकि व्यवसायी संगठन के आगे आने के बाद ओम बेस्को की समस्या समाप्त हो गयी.
व्यवसायियों को संरक्षण देने के लिए झारखंड इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड एसोसिएशन का गठन किया गया है. फिलहाल अस्थायी समिति की देखरेख में तीन माह तक एसोसिएशन कार्य करेगा. झारखंड के हर जिले में एसोसिएशन की शाखा होगी.
प्रथम चरण में संथाल परंगना व छोटानागपुर क्षेत्र को फोकस किया जायेगा. एसोचेम व फिक्की से भी संगठन को जोड़ा जायेगा. यह जानकारी नवगठित झारखंड इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड एसोसिएशन अध्यक्ष केदारनाथ मित्तल ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने कहा कि धनबाद औद्योगिक नगरी है. यहां उद्योगों का जाल बिछाने की दिशा में एसोसिएशन पहल करेगा. उद्योग लगेंगे तो रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी. महासचिव राजीव शर्मा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में धनबाद सेंटर प्वाइंट बनेगा. सभी इंडस्ट्रीज, ट्रेड को मिला कर यह एसोसिएशन कॉमन प्लेटफॉर्म बनायेगा. राज्य का औद्योगिकीकरण हो और लोगों को रोजगार मिले, ऐसी व्यवस्था होगी.
कोषाध्यक्ष अमितेश सहायक ने कहा कि पहला ऐसा एसोसिएशन होगा जो सीधे सरकार से संवाद करेगा. व्यवसायियों की समस्या दूर करना एसोसिएशन की पहली प्राथमिकता होगी. संरक्षक प्रदीप संथालिया ने कहा कि बिना उद्यम के विकास संभव नहीं है. झारखंड राज्य की उन्नति का साझीदार बने, इसी उद्देश्य के लिए एसोसिएशन का गठन किया गया है. दीपक पोद्दार ने कहा कि राज्य का विकास हो. ऐसा प्रयास होगा. गगन दुदानी ने कहा कि व्यवसायियों को प्लेटफॉर्म देने के उद्देश्य से एसोसिएशन का गठन किया गया है. संयुक्त सचिव बंटी केजरीवाल ने कहा कि 14 साल पहले कई एमओयू हुए थे, लेकिन योजना धरातल पर नहीं उतरी. एसोसिएशन के माध्यम से उसे उतारा जायेगा. मौके पर संजीव वियोत्र, वेद प्रकाश केजरीवाल, नंदू अग्रवाल, सुनील कुमार अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, नवल किशोर उपाध्याय, चंद्रशेखर जलान व सुशील सिंह उपस्थित थे.