देवघर जिले के कुशमिल गांव में 27 जनवरी 1974 को जन्मे श्री गौतम के पिता देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पुजारी हैं और माता कुसुम देवी गृहिणी हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा मध्य विद्यालय कुशमिल से, मैट्रिक (मध्यमा बोर्ड) पं बीएन झा संस्कृत उच्च विद्यालय देवघर से वर्ष 2003 में हुई. इंटर से स्नातकोत्तर की पढ़ाई लक्ष्मी देवी सर्राफ आदर्श संस्कृत कॉलेज देवघर से की. श्री राजहंस को वर्ष 2011 में उत्तरांचल संस्कृत अकादमी हरिद्वार की ओर से अखिल भारतीय संस्कृत श्लोक व नाटक लेखन प्रतियोगिता में सम्मान मिल चुका है.
उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा सदियों पुरानी है. वेद व पुराण भी इसी भाषा में लिखे गये. संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति की पहचान है जो धीरे-धीरे पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव से लुप्त होती जा रही है. यह बहुत ही सरल व आसान है, बस जरूरत है इसे समझने व जानने की तभी संस्कृत का सभी प्रचार व प्रसार हो पायेगा.