तत्कालीन उपायुक्त धनबाद ने स्थानीय मजदूरों को परिचय पत्र जारी किया था. प्रबंधन ने बीजीआर आउटसोर्सिग चलाने के लिए सभी भूमिगत खदान बंद कर दिये, जिससे वहां कार्यरत तीन सौ ट्रक लोडरों के समक्ष भुखमरी की समस्या है.
खदान बंद होने से पूर्व प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि बीजीआर से उत्पादित कोयला लोडिंग प्वाइंट पर उपलब्ध कराया जायेगा. माफिया व बाहरी रंगदारों को बढ़ने नहीं देंगे. धारा 144 का उल्लंघन करने वाले असामाजिक तत्वों पर प्रबंधन कार्रवाई करे. मौके पर मुकेश बाउरी, अनिल कुमार, संटू बाउरी, कृष्णा भुइयां, सुरेश महतो, रामवृक्ष चौहान, रंजीत चौहान, सुरजीत चंद्रा, रमेश महतो, लीला कुमार, शांति देवी, आशा देवी, बेबी कुमारी, सुमिता देवी, संजू, मंजू आदि मौजूद थीं.