धनबाद: जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति द्वारा चलाये जा रहे परिवार स्वास्थ्य मेला में लक्ष्य प्राप्त करना विभाग के लिए सिरदर्द हो गया है. विभाग के अधिकारी लगातार सभी प्रखंडों का दौरा व निरीक्षण कर रहे हैं, लेकिन परिणाम ढाक के पात है. 21 दिन बाद भी टुंडी को नसबंदी के लिए एक भी लाभुक नहीं मिले. धनबाद, बलियापुर, गोविंदपुर व तोपचांची में मात्र एक-एक की ही नसबंदी करायी गयी है. हालांकि झरिया इस मामले में बेहतर कोशिश कर रहा है. ज्ञात हो कि 11 से 24 जुलाई तक परिवार स्वास्थ्य मेला पखवारा चलाया गया. लक्ष्य प्राप्त नहीं होने पर इसे 24 अगस्त तक बढ़ा दिया.
विभाग के अपने तर्क : विभागीय अधिकारियों के अनुसार खेती-बारी का मौसम होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इस समय ऑपरेशन नहीं करना चाहते हैं. लोग बरसात की बजाय ठंड के मौसम को ऑपरेशन के अनुकूल मानते हैं.
मिलती है प्रोत्साहन राशि : नसबंदी, बंध्याकरण, कॉपर टी की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जाती है. नसबंदी के लिए ग्यारह सौ व बंध्याकरण के लिए छह सौ रुपये विभाग लाभुक को दे रहा है. उत्प्रेरक को नसबंदी के लिए दो सौ रुपये व बंध्याकरण के लिए डेढ़ सौ रुपये दिये जा रहे हैं.
निर्देश दिये गये हैं : सीएस
सिविल सजर्न डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि लक्ष्य प्राप्ति की कोशिश की जा रही है. सभी चिकित्सकों व मेडिकल कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. प्रखंडों में निरीक्षण जारी है.