धनबाद: सेवाकाल के दौरान नियमित रूप से शिक्षा ग्रहण करने के मामले में जिले के दो सीआरपी से स्पष्टीकरण पूछा गया है. इनमें एक उदयपुर के गंगाधर प्रसाद एवं दूसरे बिराजपुर के राधा मोहन पांडेय हैं. गोविंदपुर के बीइइओ ने स्पष्टीकरण पूछते हुए संतोषजनक जवाब नहीं देने पर एक तरफा विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी है.
बीइइओ ने कहा है कि डीपीइ/बीएड करते रहने बाद भी दोनों सेवा में बने रहे एवं सरकारी राशि लेते रहे. 2005 से सीआरपी के रूप में कार्यरत रहते हुए मानदेय लिया एवं क्यों श्री पांडेय ने 2013 में रेगुलर सत्र में बीएड एवं श्री प्रसाद ने रेगुलर सत्र में डीपीइ किया. कोर्स करने से पहले अगर विभागीय अनुमति नहीं ली गयी तो संविदा रद्द की जा सकती है. साथ ही सरकारी राशि गबन करने के मामले में राशि वापस ली जायेगी.