धनबाद: 2016 से सीबीएसइ पूरी तरह से पुराने सिस्टम से बोर्ड परीक्षा पैटर्न करने जा रहा है. अब स्कूल बेस्ड बोर्ड नहीं, बल्कि सीबीएसइ स्कूलों में भी बोर्ड परीक्षा ही अब आयोजित होगा. अभी हाल में कोच्चि में हुए सहोदया के नेशनल कॉन्फ्रेंस में यह फैसला किया गया. सीबीएसइ यह फैसला कई वर्षो से स्कूल बेस्ड बोर्ड को लेकर अभिभावकों की निगेटिविटी के कारण लिया है.
सर्वे के बाद बदला जा रहा पैटर्न : कुछ माह पूर्व सीबीएसइ ने अभिभावक, छात्र, स्कूल प्रशासन के बीच एक सर्वे करा कर पूछा था कि स्कूल बेस्ड व बोर्ड बेस्ड में से किस पैटर्न में 10वीं बोर्ड परीक्षा पसंद की जा रही है और क्यों. इसमें अधिकतर लोगों ने बोर्ड बेस्ड परीक्षा को लोगों चुना था. स्कूल बेस्ड बोर्ड पर अब भी कई प्रश्नचिह्न् लग रहे हैं. सर्वे में बताया गया था कि स्कूल टीचर स्कूल बेस्ड पैटर्न का दुरुपयोग करते हैं. इससे स्टूडेंट्स पैटर्न के पीछे नहीं पड़ना चाहते. साथ ही स्कूल बेस्ड बोर्ड पैटर्न के सर्टिफिकेट का दूसरे बोर्ड में मान्यता नहीं होने का भी असर इस पर काफी पड़ा है. 2010 से चल रहे इस पैटर्न को सीबीएसइ 2016 में पूरी तरह से बंद कर देगी.
बोर्ड बेस्ड परीक्षा सिस्टम लागू हो तो अच्छा है, लेकिन इसकी सूचना फिलहाल नहीं मिली है. बोर्ड को सीसीइ व और परीक्षा दोनों को मिला कर कुछ नया सिस्टम बनाना चाहिए. वैसे छात्र, अभिभावक और शिक्षक तीनों सीसीइ की कमजोरियों का फायदा उठा रहे हैं और यह सीसीइ के पूरी तरह लागू नहीं होने के कारण हो रहा है. प्रशांत कुमार, प्राचार्य, धनबाद पब्लिक स्कूल (हीरक शाखा)