संवाददाता, धनबाद.धनबाद चाइल्ड लाइन में डेढ़ साल के दरम्यान मात्र 28 मामले काउंसेलिंग व गुमशुदगी के पहुंचे हैं. यहां गुमशुदा बच्चों से लेकर घर से भागे व भटके बच्चों को घर तक पहुंचाने व काउंसेलिंग का काम किया जाता है. इसके लिए 1098 हेल्प लाइन नंबर भी जारी किये गये हैं, लेकिन फोन धनबाद में नहीं बल्कि पटना लग जाता है. इस कारण इसका धनबाद में प्रचार प्रसार कम है. हालांकि कभी-कभार ही हेल्प लाइन नंबर धनबाद सेंटर पर फोन लगता होगा.छह बच्चे आज तक गायबअप्रैल 2013 से लेकर सितंबर 2014 तक कुल 28 बच्चे के मामले यहां तक पहुंचे हैं. इसमें छह साल से लेकर 15 साल तक के बच्चे हैं. सभी गरीब परिवार के है. ऐसे में 22 बच्चे चाइल्ड लाइन व पुलिस की सहायता से बरामद हुए हैं, जबकि छह बच्चे आज भी गायब हैं. इन बच्चों का आज तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है.पुलिस नहीं करती है सहयोगचाइल्ड लाइन का सहयोग धनबाद पुलिस नहीं करती है. धनबाद में कुल 54 थाना व ओपी है. धनबाद के लगभग थाना को बाल मित्र थाना भी बनाया गया है. थाना में यदि किसी भी बच्चे की गुमशुदगी व विवाद वाला मामला आता है तो उन्हें तुरंत चाइल्ड लाइन की सूचना देने का आदेश है और उसकी पूरी काउंसेलिंग चाइल्ड लाइन द्वारा की जाती है. लेकिन चाइल्ड लाइन को सहयोग नहीं मिल रहा है. इस संबंध में चाइल्ड लाइन की को-ऑर्डिनेटर मुनमुन पांडेय ने बताया कि सभी थाना बच्चों की जानकारी नहीं देते हैं. पांच या छह थाना ऐसे हैं, जो मामला आते ही सेंटर को बताते हैं. इस परेशानी को एसपी के समक्ष रखा गया है. उन्होंने स्वयं सभी थाना को आदेश दिया है, लेकिन उसके बाद भी थाना सहयोग नहीं कर रहे हैं.
BREAKING NEWS
डेढ़ साल में मात्र 28 मामले पहुंचे चाइल्ड लाइन
संवाददाता, धनबाद.धनबाद चाइल्ड लाइन में डेढ़ साल के दरम्यान मात्र 28 मामले काउंसेलिंग व गुमशुदगी के पहुंचे हैं. यहां गुमशुदा बच्चों से लेकर घर से भागे व भटके बच्चों को घर तक पहुंचाने व काउंसेलिंग का काम किया जाता है. इसके लिए 1098 हेल्प लाइन नंबर भी जारी किये गये हैं, लेकिन फोन धनबाद में […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement