संजीव झा, धनबाद : लगातार दूसरी बार धनबाद विधानसभा से चुनाव जीत कर राज सिन्हा ने पार्टी के अंदर और बाहर अपनी ताकत का अहसास कराया है. भगवा गढ़ बन चुकी धनबाद सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत के अंतर में आयी कमी को लेकर पार्टी के अंदर व बाहर बहस छिड़ी हुई है. आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं. इन्हीं मुद्दों पर धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने शुक्रवार को प्रभात खबर से बातचीत की.
Qआप लगातार दूसरी बार धनबाद के विधायक चुने गये. आपकी नजर में इस जीत की बड़ी वजह क्या रही ?
विधायक के रूप में लगातार पांच वर्षों तक जनता के सुख-दु:ख में शामिल रहा. जनता की आवाज बना. रात 12 बजे भी किसी का फोन आया, तो न केवल उठाया, बल्कि उनकी समस्या के समाधान का प्रयास किया. इससे लोगों में मेरे प्रति विश्वास बढ़ा. जनता का यही विश्वास चुनाव में आशीर्वाद के रूप में मिला.
Q2014 के चुनाव में आप 53 हजार मतों से जीते. लोकसभा चुनाव में भाजपा को 78 हजार का लीड मिला. पर आप इस बार 31 हजार मताें से ही जीते?
देखिये, इस बार का विधानसभा चुनाव किसी राष्ट्रीय मुद्दे पर नहीं हुआ. कोई लहर भी नहीं थी. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान देश में मोदी सरकार बनाने के लिए लहर चल रही थी. इस बार चुनाव से पहले शहर के अधिकांश मुहल्लाें में नगर निगम ने स्मार्ट रोड बनाने के नाम पर सड़कें तोड़ दीं.नालियों भी तोड़ कर छोड़ दिया गया. कई-कई मुहल्लों में छह माह से यह स्थिति बनी हुई है. चुनाव घोषणा के बाद नगर निगम की तरफ से बकाया होल्डिंग की वसूली के लिए लोगों को नोटिस थमाया जाने लगा.
24 घंटे के अंदर टैक्स जमा नहीं करने पर प्रॉपर्टी अटैच करने की धमकी दी जाने लगी. रेलवे की तरफ से अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर घर, दुकान तोड़ दिये गये. इन सबका खमियाजा भाजपा को भुगतना पड़ा. आज मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल हर घर में पानी का कनेक्शन देने के लिए निर्देश दे रहे हैं. दो माह पहले यह काम उन्हाेंने क्यों नहीं किया?
Q क्या भाजपा के कुछ नेता आपको हराना चाह रहे थे ?
सीधे तौर पर ऐसा नहीं लगता, लेकिन इसकी संभावना से इनकार भी नहीं कर सकता. इस मुद्दे पर पार्टी के प्लेटफॉर्म पर चर्चा होगी. वैसे कई सारे नेताओं ने धनबाद विधानसभा क्षेत्र से पूरे प्रचार के दौरान दूरी बनाये रखी. मुझे अपने भरोसे पर चुनाव लड़ना पड़ा.
Q धनसार के विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में रंगदारी के सवाल पर लगभग दो वर्ष से लोडिंग बंद है. क्या अब यह चालू होगा?
धनसार के विश्वकर्मा प्रोजेक्ट में रंगदारी के सवाल पर लोडिंग बंद नहीं है. स्थानीय लोगों को रोजगार देने के सवाल पर लोडिंग बंद है. इसे अब चालू कराया जायेगा. धनबाद विधानसभा क्षेत्र में किसी भी असामाजिक तत्व को रंगदारी वसूलने की छूट नहीं देंगे. पर यहां जो भी कंपनी काम लेगी, उन्हें यहीं के लोगों को पहले काम देना पड़ेगा.उसके बाद ही बाहर के लोगों को काम करने देंगे. रंगदारी का कोई सवाल ही नहीं है.
क्या-क्या कहा विधायक ने
- मेयर आज हर घर में पानी कनेक्शन का निर्देश दे रहे, दाे माह पहले क्याें नहीं किया
- कई भाजपा नेताओं ने प्रचार के दाैरान धनबाद विधानसभा क्षेत्र से दूरी बनाये रखी
- धनबाद नगर निगम के कार्यों का खमियाजा चुनाव में मुझे भुगतना पड़ा
- विश्वकर्मा सहित किसी भी प्रोजेक्ट में रंगदारी का खेल नहीं चलने देंगे
- कंपनियाें काे बाहरी लोगों से पहले स्थानीय को देना होगा नियोजन
- धनबाद काे जाम से मुक्ति दिलाना हाेगी पहली प्राथमिकता
Q पहली बार सत्तारूढ़ दल के विधायक थे, इस बार विपक्ष के विधायक हैं. इससे क्या अंतर आयेगा ?
सत्ता पक्ष व विपक्ष के विधायक की अलग-अलग भूमिका होती है. विपक्ष में रह कर भी जनता के सवालों काे सही तरीके से उठायेंगे. एक नया अनुभव होगा. व्यक्तित्व में निखार आयेगा. यहां की समस्या को जोरदार तरीके से विधानसभा के अंदर व बाहर उठायेंगे.
Q क्या इस टर्म में धनबाद को जाम की समस्या से मुक्ति दिलायेंगे ?
बिल्कुल. जाम से निजात के लिए फ्लाइओवर या अंडरपास जो भी संभव होगा, उस पर काम कराया जायेगा. मुख्यमंत्री से बात करेंगे. जरूरत पड़ी, तो दिल्ली जा कर रेल मंत्री से भी बात करेंगे. साथ ही सड़कों की स्थिति भी सुधारेंगे. धनबाद में हवाई सेवा भी शुरू कराने के लिए पूरी ताकत के साथ लगेंगे. यही दोनों मुद्दे मेरी पहली प्राथमिकता होगी.