धनबाद/कोलकाता: मार्केट में व्यापारियों से जरूरत से ज्यादा रुपये उधार ले लेने के बाद उसे चुकाने में असमर्थता के कारण नया बाजार के व्यापारी दीपक सिंघानिया (29) ने शराब के नशे में खुद को गोली मार कर जान दे दी थी. यह जानकारी घटना की जांच में जुटी पुलिस ने मिले तथ्यों के आधार पर दी है. दीपक के घरवालों से संपर्क करने पर यह राज सामने आया.
कोलकाता के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि दीपक धनबाद में कोयला व्यापारियों से कोयला खरीद कर उसे बाजार में बेचा करता था. व्यापार में मंदी से अन्य व्यापारियों का उसके पास काफी उधार हो गया था. धीरे-धीरे यह रकम 80 लाख रुपये तक पहुंच गयी थी. उधार की रकम को चुकाने का उस पर काफी दबाव था. इसके चलते वह कई दिनों से घर से फरार था.
बुधवार रात को कोलकाता के एक होटल में वह पहली बार आया था. गुरुवार शाम शराब पीने के बाद मदहोशी में उसने खुद को गोली मार ली थी. शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके पेट में काफी शराब होने की बात सामने आयी है. उसके शव के पास से मिले रिवॉल्वर पर भी उसकी उंगलियों के निशान पाये गये हैं. इससे साफ है कि यह हत्या नहीं बल्कि आत्महत्या का मामला है. वारदात के समय विकास अग्रवाल (28) नामक युवक कौन था इसकी जांच जारी है.