धनबाद/अलकडीहा : सीबीआइ (एसीबी) की टीम ने गुरुवार को बीसीसीएल लोदना एरिया के सेफ्टी ऑफिसर सुरजीत मित्तर को गिरफ्तार कर लिया. सेफ्टी ऑफिसर के खिलाफ कोर्ट से नन बेलेबल गिरफ्तारी वारंट था. अधिकारी को शुक्रवार कोर्ट में पेश किया जायेगा. सीबीआइ टीम गिरफ्तारी वारंट लेकर लोदना क्षेत्रीय कार्यालय पहुंची थी.
सेफ्टी ऑफिसर फिल्ड में निकले हुए थे. जब श्री मित्तर कार्यालय पहुंचे तो सीबीआइ की टीम ने उन्हें दबोच लिया. सेफ्टी ऑफिसर को जेलगोरा स्थित गेट हाउस में लाकर ओवर रिपोर्टिग मामले में काफी देर तक पूछताछ की गयी. यह मामला वर्ष 2011 का है. लोदना क्षेत्र के नॉर्थ तिसरा तथा साउथ तिसरा प्रोजेक्ट में सीबीआइ ने ओवर रिपोर्टिग घोटाले का परदाफाश किया था. बीसीसीएल अधिकारी द्वारा दिखाये गये स्टॉक से कोयला कम पाया गया. कोल शॉर्टेज के इस मामले में लगभग 42 करोड़ 12 लाख 74 हजार रुपये के घोटाले की बात सामने आयी थी. सात जनवरी 2011 को आरसी केस संख्या 1ए/11 डी दर्ज कर मामले में आठ माह तक लगातार जांच की गयी.
सीबीआइ ने तत्कालीन महाप्रबंधक टीके बनर्जी, पीओ सुरजीत मित्तर, एजीएम सुबीर घोष, कन्हैया सिंह, प्रबंधक आदिश यादव, सर्वेयर जयप्रकाश सिंह आदि को आरोपित बनाया गया था. बाद में सीबीआइ द्वारा दाखिल चाजर्शीट में उसने जीएम टीके बनर्जी को क्लीन चिट दे दी थी तथा शेष के खिलाफ चाजर्शीट दाखिल की.
कोर्ट ने लिया था संज्ञान
सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश विजय कुमार शर्मा ने टीके बनर्जी के खिलाफ संज्ञान लेते हुए मुकदमा चलाने का आदेश दिया था. कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआइ रेस हुई थी. मामले एक आरोपी अलकुसा के पीओ आदिश यादव को पिछले 17 जून को सीबीआइ गिरफ्तार कर जेल भेजी चुक ी है. मामले में अन्य कई आरोपी अधिकारियों पर भी वारंट जारी है.