धनबाद : डीवीसी की रोज आठ घंटे बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. जब-तब बिजली कट रही है. सरकारी स्तर पर प्रयास के बावजूद मसले का कोई हल नहीं निकल रहा है. आंदोलनों का भी कोई असर नहीं हो रहा है. तीज-त्योहार में भी बिजली-पानी नहीं मिलने से महिलाओं में ज्यादा गुस्सा है. जनप्रतिनिधियों ने एक तरह से हाथ खड़े कर दिये हैं. उनके पास हर सवाल के जवाब हैं, सिवाय इसके कि धनबाद को बिजली-पानी क्यों नहीं मिल रहा? यह स्थिति तब है
जब अगले साल आम चुनाव होने हैं. डीवीसी का बार-बार यही कहना है कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) से बकाया नहीं मिलने के कारण उसकी हालत खस्ता है. रकम के अभाव में वह जरूरत के मुताबिक कोयला नहीं खरीद पा रहा है. बकौल डीवीसी प्रवक्ता एम विजय : पावर प्लांट में कोयला नहीं है. इस कारण उत्पादन नहीं हो पा रहा है. एनटीपीसी से मात्र 300 मेगावाट बिजली ली जा रही है, जो पर्याप्त नहीं है. लिहाजा लोड शेडिंग करनी पड़ रही है.
डीसी लाइन बंद होने के कारण भी डीवीसी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. डीसी लाइन बंद होने से कोयला ट्रांसपोर्टिंग में परेशानी हो गयी है. डीसी लाइन के जरिये भी खदानों से कोयला सीधे पावर प्लांटों में आसानी से पहुंच जाता था. मगर अब ऐसा नहीं हो पा रहा है.
350 करोड़ नहीं मिले हैं अब तक, 17 तक का समय
प्रवक्ता ने कहा कि जेबीवीएनएल को दिये गये अल्टीमेटम में अब मात्र एक सप्ताह बचा है. अभी तक जेबीवीएनएल ने पैसा नहीं दिया है. 17 सितंबर तक जेबीवीएनएल को डीवीसी को 3300 करोड़ बकाया में 350 करोड़ रुपये देने है. पैसा मिलने के बाद डीवीसी की लोड शेडिंग लगभग खत्म हो जायेगी. कोल इंडिया की सभी कंपनियों से डीवीसी को कोयला मिलता है. मगर बकाया होने के कारण कोयला देने में कोल इंडिया आनाकानी करता है. इस कारण पावर प्लांट में कोयले की कमी हो जाती है
और उत्पादन नहीं हो पाता है. डीवीसी प्रवक्ता के अनुसार जेबीवीएनल का पैसा बकाया तो चलता ही रहता है. मगर पिछले छह माह से उसने एक रुपया भी नहीं दिया गया है. जेबीवीएनएल की ट्रेजरी में पैसा नहीं होना यह उसकी परेशानी है. मगर डीवीसी के पास पैसा नहीं रहेगा तो बिजली उत्पादन नहीं हो सकेगा. लिहाजा कारण शहर के लोगों को बिजली संकट से जूझना पड़ेगा.
डीवीसी की 8 घंटे की लोड शेडिंग जारी
बिजली संकट जारी है. मंगलवार को डीवीसी ने पूरे शहर में आठ घंटे लोड शेडिंग की. जबकि ऊर्जा विभाग ने बैंक मोड़ क्षेत्र में योजनाओं को पूरा करने के लिए चार घंटे बिजली काटी. डीवीसी की लोड शेडिंग सुबह चार बजे से चालू हो गयी. यह सिलसिला अनवरत जारी है.
कब कहां कटी बिजली
तड़के चार बजे से सुबह सात बजे तक गणेशपुर वन व गणेशपुर टू फीडर ने लोड शेडिंग की. इस कारण मनईटांड़, भूली व खरिकाबद आदि क्षेत्रों में बिजली कटी रही.
पूर्वाह्न नौ बजे से 11:00 बजे तक गोधर वन व गोधर टू से बिजली कटी रही. बैंक मोड़, वासेपुर, नया बाजार, बारामुड़ी, हीरापुर, धैया आदि क्षेत्रों में बिजली कटी रही.
पूर्वाह्न 10:00 से दोपहर 12:00 बजे तक गणेशपुर वन व गणेशपुर टू दोनों से लोड शेडिंग की गयी.
सरायढेला में भी बिजली ने लोगों को खूब परेशान किया. तड़के चार बजे से सुबह छह बजे तक डीवीसी ने लोड शेडिंग की. उसके बाद दोपहर 12:10 में बिजली कटी और 12:25 में आयी. दोबारा 12:40 में बिजली कटी और शाम को 5:20 में आयी. उसके बाद 6:50 में बिजली कटी और रात को 8:15 बजे आयी.