धनबाद : चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी लालटेन लेकर रविवार को सांसद पीएन सिंह के धनसार स्थित आवास पहुंचे. उन्हें लालटेन देनी चाही. लेकिन सांसद ने इंकार कर दिया.
इस पर कहा गया कि इस लालटेन को डीवीसी चेयरमैन को दे दीजियेगा. ताकि धनबाद की समस्या, यहां के लोगों के दर्द को वह समझ सकें. लेकिन सांसद महोदय ने लालटेन लेने से इंकार कर दिया. उनका कहना था कि मैं डीवीसी चेयरमैन को लालटेन क्यूं दूं? लालटेन देकर आप हमें मजाक का पात्र न बनायें. बिजली सुधार की दिशा में पहल हो रही है.
मुख्यमंत्री से लगातार बातचीत हो रही है. जल्द ही व्यवस्था सामान्य हो जायेगी. चेंबर के पदाधिकारियों ने कई बार लालटेन का पैक खोलने की कोशिश भी की. लेकिन सांसद के तेवर देख ऐसा नहीं किया.
विदित हो कि जिला चेंबर बिजली संकट के खिलाफ आंदोलन कर रहा है. पहले चरण में काला बिल्ला लगाया गया. दूसरे चरण में शनिवार को बिजली विभाग और डीवीसी का पुतला दहन किया गया. शनिवार को ही बिजली विभाग के जीएम को लालटेन दी गयी थी. आज सांसद के घर पहुंचे थे.
शहर से बाहर हैं विधायक राज सिन्हा :
सांसद के बाद प्रतिनिधिमंडल धनबाद विधायक राज सिन्हा के आवास पर पहुंचा. लेकिन विधायक के आउट ऑफ टाउन रहने के कारण उन्हें लालटेन नहीं दी जा सकी. हालांकि दूरभाष पर उन्हें बिजली की लचर व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन की जानकारी दी गयी है.
प्रतिनिधिमंडल में बैंक मोड़ चेंबर अध्यक्ष सुरेंद्र अरोड़ा, सचिव प्रभात सुरोलिया, संदीप मुखर्जी, प्रमोद गोयल, बजरंग अग्रवाल, पार्क मार्केट चेंबर अध्यक्ष आशीष वर्मा, सचिव विनोद अग्रवाल, बरवाअड्डा चेंबर के रामाशंकर बराट, कतरास चेंबर के दिलीप सुबुकी सहित 21 व्यवसायी थे.
कोयला की कमी के कारण संकट
बातचीत के दौरान सांसद सिंह ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि डीवीसी के चेयरमैन से दूरभाष पर बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि कोयला की कमी है. आवश्यकता पड़ी तो बिजली खरीद पर आपूर्ति करायी जायेगी. इस पर चेंबर के कुछ पदाधिकारी ने सांसद से कहा कि जब कोयला का पैसा ही नहीं है तो डीवीसी चेयरमैन बिजली कहां से खरीदेंगे? फिर बिजली जीएम के बयान की चर्चा शुरू हो गयी. व्यवसायियों ने कहा कि बिजली जीएम कहते हैं कि कतरास क्षेत्र की तरह धनबाद को बना देंगे, इस पर सांसद महोदय ने कहा नो कमेंट्स प्लीज.