धनबाद : सीएमपीएफ दुर्गा मंदिर में संस्कार भारती की आेर से रविवार को सात दिवसीय कथक प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हुई. उद्घाटन अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया गया. संस्कार भारती के ध्येय गीत पर सबों ने सुर मिलाये. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कथक को समर्पित कलाकार श्रुति सिन्हा ने कहा कि नृत्य में समर्पण और ठहराव बेहद जरूरी है. कला सीखने के लिए साधक में भावना होनी चाहिए. कथक सिर्फ नृत्य ही नहीं है, इससे अवसाद भी दूर होते हैं.
संस्कार भारती के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने कहा कि कोयलांचल के लिए यह गौरव की बात है कि यहां प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता रहा है. यहां के कलाकार मौके का लाभ उठायें. कार्यशाला 17 जून तक दो पालियों में चलेगी. पहली पाली दोपहर दो बजे से और दूसरी पाली संध्या पांच बजे से होगी. मौके पर सरसी चंद्रा, मीना रिटोलिया, बरनाली सेनगुप्ता, अर्पिता चटराज, पिंकी गुप्ता, संचिता मजूमदार, रिया सिंह, ईला चौधरी, बप्पा सरकार, पाजू, हरि, संजय सेनगुप्ता, जयंत दत्ता, राणा घोष, वैशाली सिंह, मोमिता सरकार, ज्योति पॉल, रिशान सेनगुप्ता, रिशिता सेनगुप्ता, जया चटर्जी, इंदु, श्रुति साहा, दयानंद शर्मा, सन्निधि प्रिया, समृद्धि प्रिया आदि उपस्थित थीं.