धनबाद: परिवार नियोजन के दौरान उसकी गुणवत्ता बनाये रखाना काफी जरूरी है. ऑपरेशन के पहले व बाद यदि नियमों का पालन सही से किया जाये, तो यह सौ प्रतिशत सफल होता है.
ये बातें सिविल सजर्न डॉ एके सिन्हा ने अपने सभागार में चल रही तीन दिवसीय परिवार नियोजन पर कार्यशाला के दूसरे दिन कही. बताया कि प्रसव के बाद जो माताएं बंध्याकरण कराना चाहती हैं, उनके लिए 48 घंटे के बाद व सात दिनों के अंदर बंध्याकरण करना काफी अच्छा होता है. बाद में बंध्याकरण के लिए रजोनिवृत्ति का इंतजार करना पड़ता है.
रांची से आये सेडपा संस्था स्टेट प्रोग्राम ऑफिसर नवीन तिवारी व रीजनल को-ऑर्डिनेटर प्रवीर पीटर ने कहा कि बंध्याकरण या नसबंदी के दौरान कोशिश करें कि जो अच्छा सजर्न हो, वहीं सेवा दें. इसके साथ एनेथेटिक्स भी होने चाहिए. पूरी प्रक्रिया में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखना जरूरी है. मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ जयंत कुमार, जिला लैप्रोसी पदाधिकारी डॉ एपी मंडल, पीएमसीएच की डॉ आशा राय सहित तमाम चिकित्सा पदाधिकारी, मेडिकल ऑफिसर, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी आदि मौजूद थे.