धनबाद : कोल इंडिया की सहायक कंपनी बीसीसीएल भागलपुर जिले के पीरपैंती व मिर्जागांव में 40 साल से अधिक समय तक कोयला खनन करेगी. इसके लिए विभागीय तैयारी जारी है. पीरपैंती व मिर्जागांव परियोजना से कोयला खनन के लिए सीएमपीडीआइ की टीम ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रही है. बता दें कि कोयला मंत्रालय की […]
धनबाद : कोल इंडिया की सहायक कंपनी बीसीसीएल भागलपुर जिले के पीरपैंती व मिर्जागांव में 40 साल से अधिक समय तक कोयला खनन करेगी. इसके लिए विभागीय तैयारी जारी है. पीरपैंती व मिर्जागांव परियोजना से कोयला खनन के लिए सीएमपीडीआइ की टीम ने प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रही है.
बता दें कि कोयला मंत्रालय की ओर से बीसीसीएल को आवंटित पीरपैंती, मिर्जागांव व राजमहल आदि नये कोल ब्लॉक से कोयला खनन को लेकर कंपनी की टीम दो-दो बार निरीक्षण कर चुकी है. प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार होते ही जमीन अधिग्रहण समेत अन्य प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
पीरपैंती में 650 एमटी कोयले का भंडार : पीरपैंती में कुल 650 मिलियन टन कोयला का भंडार है, वहीं मिर्जागांव में 800 मिलियन टन कोयला भंडार है. सूत्रों की माने तो बीसीसीएल ने प्रथम फेज में पीरपैंती-बाराहाट परियोजना से कोयला उत्पादन के लिए दो वर्ष का लक्ष्य तय किया है.
प्रतिवर्ष 22.60 एमटी कोयला उत्पादन
पीरपैंती-बाराहाट परियोजना से बीसीसीएल प्रतिवर्ष 22.6 मिलियन टन कोयला उत्पादन करेगी. वहीं मिर्जागांव परियोजना से प्रतिवर्ष 20 मिलियन टन कोयला खनन होगा. इन परियोजनाओं के शुरू होने से बीसीसीएल की आर्थिक स्थिति सुधरेगी. कंपनी अपने उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त कर सकेगी.