धनबाद : सरायढेला थाना क्षेत्र के गोल बिल्डिंग के पास एनएच-32 के किनारे बसी है तपोवन कॉलोनी. यह नगर निगम के वार्ड नंबर 23 के अंतर्गत आती है. यहां लगभग सौ घर बेतरतीब ढंग से बने हैं. मकान मुख्य सड़क से पांच-दस फुट नीचे बने हैं. फिलहाल पांच सौ की आबादी है. तपोवन कॉलोनी 1987 में बसने लगी, लेकिन इतने वर्षों बाद सुविधा के नाम पर यहां कुछ नहीं है. यहां की सबसे बड़ी समस्या नाला के पानी निकासी की थी. यहां के वाशिंदों का कहना है कि 10 साल की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद विधायक फंड और नगर निगम से नाली बनवायी जा रही है, लेकिन जितना फंड मिल रहा है, उससे नाली आधी दूरी तक ही बन पायेगी. जब तक बरसात नहीं होती, तब तक कैसे पता चल पायेगा हमलोग डेंजर जोन में है या सेफ जोन मे हैं.
चाणक्य नगर, सहयोगी नगर, पेट्रोल पंप और भी कई जगहों के नाले का पानी बह कर तपोवन कॉलोनी में आता है. बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. लोग घुटनों तक पानी में चल कर अपने घर तक पहुंचते हैं. यहां की सड़क भी कच्ची है. बरसात में लोगों को बहुत परेशानी होती है. बिजली का पोल भी काफी दूर-दूर लगा है. थोड़ी तेज हवा चली नहीं की तार आपस में टकराने लगते हैं. गर्मी के दिनों में पानी की समस्या हो जाती है. नगर निगम को हम टैक्स देते हैं, लेकिन हमें उसके एवज में कोई सुविधा नहीं मिल रही है. यहां न तो जलापूर्ति होती है आैर न निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी आती है. घर के सामने या खाली पड़ी जमीन में कचरा जमा किया जाता है, जिससे हमेशा संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है. मुहल्लेवाले आपसी सहयोग से कभी-कभी थोड़ी-बहुत सफाई कराते हैं. चारों आेर गंदा पानी जमा रहने से सालों भर मच्छरों का आतंक कायम रहता है. एकदम नारकीय जिंदगी बसर कर रहे हैं हम.
लोग बसते गये और मुहल्ला बनता गया : छह
ये हैं समस्याएं
कॉलोनी में नहीं है पक्की सड़क
कचरा के लिए डस्टबीन नहीं, खाली जमीन में होता है कचरा डंप
होल्डिंग टैक्स देने के बाद भी निगम नहीं मिल रही कोई सुविधा
न तो सप्लाई वाटर मिलता है और न ही कभी होती है फॉगिंग
मच्छरों के आतंक से शाम में ही लगा दी जाती है मच्छरदानी
बिजली के पोल बहुत दूर-दूर हैं, जिससे तार झूलते रहते हैं
कॉलोनी में शीघ्र होगी जलापूर्ति
मुहल्लेवाले की समस्या का निराकरण जल्द किया जायेगा. उन्हें डस्टबीन उपलब्ध कराया जायेगा. पेयजल एवं जलापूर्ति विभाग से निगम की बात हुई है. जल्द ही जलापूर्ति की जायेगी. डोर टू डोर कचरा कलेक्ट करनेवाले जाकर मुहल्ले से कचरा उठा लेंगे.
पुष्पा देवी, पार्षद, वार्ड 23