सात मार्च की मध्य रात से परीक्षा केंद्र के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा
धनबाद : झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की आठ मार्च से शुरू हो रही 10वीं और इंटर की बोर्ड परीक्षाओं के दौरान परीक्षा हॉल में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया जायेगा. पहले सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा लेने की बात कही जा रही थी. सोमवार को न्यू टाउन हॉल में केंद्राधीक्षकों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ए दोड्डे ने कहा कि शुरुआत में शहरी क्षेत्र के कुछ गिने-चुने बड़े परीक्षा केंद्रों पर तीन से चार सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे.
इनकी मदद से परीक्षा केंद्र के कंट्रोल रूम के साथ उन कक्षों की निगरानी की जायेगी जहां से प्रश्न पत्रों को स्ट्रांग रूम से लाकर रखा जायेगा. इस कक्ष में ही प्रश्न पत्र के बंडल का सील खुलेगा और यहीं से उत्तर पुस्तिकाओं को डिस्पैच किया जायेगा. इस के साथ ही आने-जाने वाले रास्ते पर भी कैमरा लगाया जा सकता है. शुरुआती परीक्षा के दौरान केवल शहरी क्षेत्र के बड़े केंद्रों पर कैमरे लगाया जायेगा. अगले चरण में ग्रामीण क्षेत्र में भी कुछ जगहों पर कैमरे लगाये जायेंगे. सोमवार को ही सीसीटीवी के लिए टेंडर हुआ है.
आज की बैठक आठ मार्च से शुरू हो रही मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को कदाचार मुक्त रखने को लेकर जारी तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए बुलायी गयी थी. इस बैठक में मैट्रिक के 101 और इंटर के 72 केंद्राधीक्षकों के अलावा परीक्षा कार्य में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व अन्य अधिकारी, कर्मचारी शामिल थे. बैठक को उपायुक्त और एसडीओ के अलावे एडीएम विधि व्यवस्था राकेश दूबे व जिला शिक्षा पदाधिकारी माधुरी कुमारी ने भी संबोधित किया. पुलिस अधिकारियों के साथ सुरक्षा की जरूरतों को लेकर अलग से बैठक की जायेगी.
परीक्षा केंद्र में मोबाइल पर प्रतिबंध : परीक्षा केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी या वीक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट लेकर प्रवेश करना वर्जित है. अगर कोई छात्र या वीक्षक मोबाइल लेकर परीक्षा केंद्र में आता है तो उसे प्रवेश करने के साथ ही जमा कराने की जिम्मेदारी केंद्राधीक्षकों की होगी. इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों को बिना वजह टोपी पहनने पर भी रोक लगायी गयी है.
दंडाधिकारी लायेंगे प्रश्नपत्र : प्रश्न पत्र केवल दंडाधिकारी सुरक्षित तरीके से परीक्षा केंद्र तक पहुंचायेंगे. इसके साथ ही दंडाधिकारियों पर परीक्षा केंद्र के आस-पास लगने वाले वाहनों को व्यवस्थित ढंग से लगवाने की भी जिम्मेदारी होगी.
ढाई घंटे पहले पहुंचना होगा
परीक्षा केंद्रों पर सभी केंद्राधीक्षकों, वीक्षकों और अन्य कर्मियों को परीक्षा शुरू होने के ढ़ाई घंटे पहले पहुंचना होगा. यहां पहुंच कर केंद्राधीक्षकों को केंद्र में पानी, लाइट तथा शौचालय की व्यवस्था करनी होगी.
परीक्षा से स्थापना विद्यालय अलग
इस वर्ष स्थापना विद्यालयों को परीक्षा से पूरी तरह अलग रखा गया है. इस बार किसी स्थापना विद्यालय में मैट्रिक का सेंटर नहीं दिया गया है. इसके साथ उत्तर पुस्तिकाओं के वीक्षण और उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के कार्य से इन विद्यालयों के शिक्षकों को अलग रखा गया है. इनकी जगह ऐसे मध्य विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है जिनकी चहारदीवारी की गयी है.