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आज ओपीडी बंद, डॉक्टर नहीं करेंगे काम

धनबाद/रांची : आइएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर राज्य भर के निजी और सरकारी डॉक्टर मंगलवार को एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान सरकारी और निजी अस्पतालों के ओपीडी में अपनी सेवाएं नहीं देंगे. सभी डॉक्टर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) को रद्द कर नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) बनाने के सरकार के फैसले का […]

धनबाद/रांची : आइएमए के राष्ट्रीय आह्वान पर राज्य भर के निजी और सरकारी डॉक्टर मंगलवार को एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे. इस दौरान सरकारी और निजी अस्पतालों के ओपीडी में अपनी सेवाएं नहीं देंगे. सभी डॉक्टर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) को रद्द कर नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) बनाने के सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. निजी व सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे.
पर ओपीडी में मरीजों को नहीं देखेंगे. अस्पतालों की सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही बहाल होंगी. डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सदर अस्पताल, पीएचसी, सीएचसी व स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. राज्य आइएमए के सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया, रविवार को आइएमए की बैठक दिल्ली में हुई थी, जिसमें यह निर्णय लिया गया है. आइएमए ने सुबह छह से शाम छह बजे तक सेवांए बाधित करने का निर्देश सभी राज्यों को दिया है. झासा के सचिव डॉ विमलेश सिंह ने बताया कि आइएमए के आह्वान का पूर्ण समर्थन किया जायेगा.
आइएमए के आह्वान पर एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे डॉक्टर
आइएमए का कहना है
आइएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ एके सिंह ने बताया कि प्रस्तावित बिल के अधिकांश प्रावधान चिकित्सक विरोधी है. राज्य के चिकित्सकों के साथ धनबाद के छह सौ आइएमए सदस्य भी इसका विरोध कर रहे हैं. बिल को लेकर कई बार आइएमए ने आपत्ति जतायी, लेकिन सरकार ने नहीं सुनी.
इमरजेंसी सेवा जारी रहेगी
आइएमए के धनबाद जिला सचिव डॉ सुशील कुमार ने बताया कि हमारी लड़ाई आम मरीजों के साथ नहीं है. बल्कि सरकार के साथ है. इसलिए मानवता को देखते हुए आपातकालीन सेवा व अति गंभीर सेवा जारी रखी जायेगी.
झारखंड में असर नहीं
हड़ताल की सूचना विभाग को नहीं दी गयी है. यदि डॉक्टर हड़ताल पर रहते भी हैं, तो इसका असर झारखंड में नहीं पड़ेगा. झारखंड के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी से लेकर इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी. चिकित्सकों व सिविल सर्जनों ने भी हड़ताल पर नहीं जाने की बात कही है. -डॉ सुमंत मिश्रा,
निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य विभाग
डॉ प्रदीप सिंह ने बताया, राज्य में निजी व सरकारी अस्पतालों में आइएमए से सूचीबद्ध डॉक्टरों की संख्या 10,000 है. यह डॉक्टर मेडिकल कॉलेज में भी सेवाएं देते हैं.

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