यह जानकारी देते हुए इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि यह वेतन समझौता ऐतिहासिक हुआ है. कोल कर्मियों की वेतन बढ़ोतरी (एमजीबी) नौ हजार से 21,777 रुपये तक होगी. यह कोल इंडिया में हुए दसवें वेतन समझौता में दिये गये एमजीबी से ज्यादा है. इसके अलावा टाटा के कोलकर्मियों को उनके बेसिक का 13.5 फीसदी भूमिगत भत्ता मिलेगा.चार साल में एलटीसी 61 हजार रुपये मिलेगा. कोल इंडिया के मजदूरों का एलटीसी 24 हजार है.
श्री सिंह ने कहा कि इस वेतन समझौते में किसी भी चीज को फ्रीज नहीं किया गया है. सालाना इंक्रीमेंट में बढ़ोतरी छह सौ से अधिकतम 1960 रुपये तक होगी. वेतन समझौता पर एमडी पीवी नरेंद्रन ने वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से सहमति दी. मौके पर टाटा स्टील के एचआरएम सुरेश त्रिपाठी, जीएम कोल झरिया व वेस्ट बोकारो राजेश सिंघल, यूनियन के राजेंद्र प्रसाद सिंह, एसएस जामा, संतोष महतो, मोहन महतो आदि उपस्थित थे.