पूजा कमेटी के सचिव विजेंद्र पासवान ने कहा कि बाबा का उर्स पहले उनके पूर्वजों द्वारा मनाया जाता था. इस परंपरा को वे लोग कायम रखे हुए हैं. जय प्रकाश पांडेय ने कहा कि सूफी साधु संत के पास जात-पात, धर्म का कोई भेदभाव नहीं होता है.
कमेटी के महामंत्री मो असलम मंसूरी ने पिछले साल के उर्स के आय व्यय की जानकारी दी. मौके पर मानस चटर्जी, सोहन महतो, राजकुमार महतो, शंकर केसरी, मनोज मुखिया, जेडी शुक्ला, राजेंद्र पासवान, पलटू यादव, राजीव रंजन प्रसाद, उज्ज्वल कुमार नायक, गणेश साव, कृपाशंकर सिंह, कारु गुप्ता, हरिदयाल सिंह, सुनील कुमार, गुलाम जिलानी, नईम मिस्त्री, मो जमाल अंसारी, मो आजाद, फिरोज अहमद, जहांगीर अंसारी, गुलाम नबी आदि मौजूद थे.