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फरियाद करने जीएम विजिलेंस के दफ्तर आये मां व बेटे को किया पुलिस के हवाले

धनबाद: पिता के मेडिकल अनफिट घोषित होने के बाद भी पुटकी बलिहारी (पीबी एरिया) के मंटू दास को नौकरी नहीं मिल पा रही है. वह पिछले एक साल से बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन का चक्कर लगा रहा है. बुधवार को वह फरियाद करने अपनी मां के साथ कोयला भवन स्थित महाप्रबंधक विजिलेंस के दफ्तर पहुंचा […]

धनबाद: पिता के मेडिकल अनफिट घोषित होने के बाद भी पुटकी बलिहारी (पीबी एरिया) के मंटू दास को नौकरी नहीं मिल पा रही है. वह पिछले एक साल से बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन का चक्कर लगा रहा है. बुधवार को वह फरियाद करने अपनी मां के साथ कोयला भवन स्थित महाप्रबंधक विजिलेंस के दफ्तर पहुंचा तो उसे भारी फजीहत का सामना करना पड़ा. उसे और उसकी मां को पुलिस के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने पांच घंटे के बाद उन्हें छोड़ दिया.
क्या है मामला : कोयला भवन में विजिटर के लिए पूर्वाह्न साढ़े दस से साढ़े 12 बजे का समय निर्धारित है. लेकिन मंटू दास साढ़े नौ बजे ही अपनी मां के साथ कोयला भवन के लेबल पांच में स्थित जीएम, विजिलेंस के कार्यालय पहुंच गया. मंटू दास ने बताया कि उसे दफ्तर के बाहर गार्ड ने इंतजार करने के लिए कहा. कुछ ही देर में जीएम, विजिलेंस केडी प्रसाद पहुंच गये. जीएम ने मंटू से पूछा कि कोयला भवन में वह समय से पहले कैसे प्रवेश कर गया? क्या उसने प्रवेश के लिए पर्ची ली है? उन्होंने कहा कि जरूर तुम लोग साजिश के तहत आये हो. झूठे आरोप लगा कर मुझे फंसाना चाहते हो. इसके बाद उन्होंने सीआइएसएफ को खबर की. जीएम श्री प्रसाद की लिखित शिकायत के बाद सीआइएसएफ ने मां-बेटे को अपनी कस्टडी में ले लिया. बाद में उन्हें सरायढेला पुलिस को सौंप दिया गया. घंटों जांच होने, मंटू के नियोजन से संबंधित दस्तावेज देखने के बाद मां-बेटे को थाने से छोड़ा गया.
पहले भी की गयी है शिकायत : मंटू दास ने बताया कि नौकरी के सवाल पर उसके पिता बीसीसीएल के पीवी एरिया के पूर्व कर्मी रघु दास पहले भी जीएम विजिलेंस से मिल कर लिखित शिकायत कर चुके है. मंटू दास ने बताया कि उसके पिता ने 23 जून 2017 को आवेदन दे कर नौकरी में हो रही देरी पर शिकायत करते हुए जांच की मांग की थी. कहा था कि नौकरी नहीं मिलने के कारण उनका परिवार भुखमरी के कगार पर है. इसके बाद विजिलेंस विभाग के हस्तक्षेप पर ही नौकरी से संबंधित फाइल पर कमेटी के सदस्यों ने हस्ताक्षर किया. लेकिन एनओसी नहीं मिलने का हवाला दे कार्मिक विभाग नौकरी के मामले को कई महीने से लटकाये हुए है.
26 जून 2015 में ही पिता हुए हैं अनफिट
मंटू ने बताया कि उसके पिता रघु दास 26 जून 2015 को ही मेडिकल बोर्ड (9.4.0) में अनफिट हो चुके हैं. सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसका मेडिकल भी 14 अक्तूबर 2016 को ही हो गया है. बावजूद कुछ न कुछ तकनीकी खामियां दिखा कर उसकी फाइल को रोक दिया जा रहा है.
कोयला भवन में मामला चर्चा का विषय
घटना के बाद बीसीसीएल मुख्यालय कोयला भवन में मंटू दास का मामला चर्चा की विषय बना रहा. विदित हो कि कुछ दिन पहले ही गैरजमातीय धारा में जीएम, विजिलेंस केडी प्रसाद को पुलिस ने उठाया था. हालांकि बाद में जांच का हवाला देकर उन्हें छोड़ दिया था.

जीएम ने नहीं किया कॉल रिसीव
इस संबंध में जीएम, विजिलेंस का पक्ष जानने के लिए शाम को उनके मोबाइल पर कॉल किया गया. लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया. रात नौ बजे के लगभग उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताने लगा.

सरायढेला पुलिस का कहना है
सरायढेला पुलिस ने कहा कि मंटू दास और उसकी मां को सीआइएसएफ ने उन्हें सौंपा था. कहा था कि दोनों बिना इजाजत कोयला भवन में प्रवेश कर गये थे. छानबीन के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. उन्होंने अाने का संतोषजनक कारण बताया.

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