उसके बाद कांग्रेस नेताओं ने झरिया सीओ केदारनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस नेता संतोष सिंह ने कहा कि सरकार व उनके नुमाइंदे भूख से मरने वाले बैद्यनाथ दास के मामले में लीपापोती न करे. जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवार से बंद कमरे में डरा धमका कर गलत बयान लिया. उनके बयानों की वीडियोग्राफी कराकर आला अधिकारियों व सरकार को रिपोर्ट भेज रही है. प्रशासन अपने बचाव में लगा हुआ है.
शमशेर आलम ने कहा कि भ्रष्ट रघुवर सरकार के शासन में प्रदेश में गरीब भूख से मर रहे हैं. लूटखसोट, चोरी डकैती, बलात्कार, कमीशनखोरी की बढ़ रही है. मौके पर ललन चौबे, अजय गिरि, वीरेंद्र गुप्ता, भगत सिंह, एके सिन्हा, संजय कुमार वर्मा, इरफान खान चौधरी, अनूप सिंह, अशोक वर्णवाल, वीरेंद्र यादव, पिंटू तुरी, अजीत कुमार, कमाल खान, इम्तियाज अली, पप्पू सिंह, रोहित सिंह, एकराम कुरैशी, सुमन शेख, पप्पू अंसारी, दुलाल महतो, महेंद्र पासवान, अजीत कुमार सिंह, अविनाश देव, संजय चौहान, निसार अहमद, सूर्य वर्मा, अजय वर्मा, सोनू कुमार, धीरज गुप्ता, राकेश यादव आदि थे. विधि-व्यवस्था में झरिया इंस्पेक्टर यूएन राय दल बल के साथ थे.