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सप्तमी से नवमी तक होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
धनबाद: कोयलांचल के दुर्गोत्सव में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है हीरापुर हरि मंदिर शारदीय सम्मेलन. यहां इस वर्ष पूजा का 85वां साल है. दुर्गापूजा प्रारंभ होने के साल से ही यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी शुरुआत की गयी, जो आज भी बरकरार है. षष्ठी से मां का पट खुल जाता है. मंदिर परिसर में मेला […]
धनबाद: कोयलांचल के दुर्गोत्सव में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है हीरापुर हरि मंदिर शारदीय सम्मेलन. यहां इस वर्ष पूजा का 85वां साल है. दुर्गापूजा प्रारंभ होने के साल से ही यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी शुरुआत की गयी, जो आज भी बरकरार है. षष्ठी से मां का पट खुल जाता है. मंदिर परिसर में मेला भी लगता है. सप्तमी सुबह को ढाक की थाप पर महिलाएं, पुरुष, लोको टैंक से कोलाबोऊ को लाते हैं. कोलाबोऊ को पूजा स्थल पर आसन देने के बाद देवी दुर्गा का आह्वान किया जाता है. सप्तमी से नवमी तक मां का भोग भक्तों के बीच वितरित किया जाता है. दशमी को दही चूड़ा का भोग बांटा जाता है.
सप्तमी से नवमी तक रात्रि आठ बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है. बोकारो के मनोज चक्रवर्ती बंगाली रीति से पूजा संपन्न कराते हैं. मूर्तिकार शक्ति पदो पाल मां की प्रतिमा तैयार कर रहे हैं. वीरभूम(पश्चिम बंगाल) से ढाकी टीम आती है. पंचमी पूजा से ही पूजा पंडाल में ढाक बजने लगता है. दशमी के दिन सिंदूर खेला के बाद संध्या में मां को विदाई दी जाती है. हरि मंदिर के पास के खटाल के ग्वाला लोग प्रतिमा को अपने कंधे पर उठा कर लोको टैंक में विसर्जित करते हैं.
सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में होती है पूजा: समिति के सदस्य पार्थो दास गुप्ता बताते हैं कि पूजा में अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाया जाता है. महाअष्टमी को पुष्पांजलि देने के लिए भक्तगण दूर-दूर से आते हैं. यहां मांगी गयी मनोकामना मां पूरी करती हैं. पूजा के समय दान में मिले साड़ी-कपड़े जरूरतमंदों के बीच बांट दिये जाते हैं.
इन्होंने की थी शुरुआत
1933 में हरि मंदिर में पूजा की शुरुआत हुई. शेखर चंद्र घोष, केपी बनर्जी, पंचानन सेनगुप्ता, प्रोमोथो हाजरा, भोला बाबू ने पूजा की शुरुआत की थी. पहली पूजा जिस विधि विधान से की गयी थी, आज भी उसी परंपरा का निर्वाह समिति द्वारा की जाती है. सम्मेलन के अध्यक्ष पार्थो सारथी गुप्ता, सचिव अमिताभ चटर्जी एवं सम्मेलन से जुड़े सभी सदस्य पूरे उत्साह से पूजा की तैयारी में लगे हैं.
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