Advertisement
टीकाकरण में जुड़ेंगे मंप्स व रुबेला के वैक्सीन
धनबाद : सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में मंप्स व रुबेला के वैक्सीन दिये जायेंगे. महंगे होने के कारण ये वैक्सीन निजी अस्पतालों में ही मिल रहे थे. टीका का नाम एमआर दिया गया है. इसके लिए जिला व प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है. टीका का मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर […]
धनबाद : सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में मंप्स व रुबेला के वैक्सीन दिये जायेंगे. महंगे होने के कारण ये वैक्सीन निजी अस्पतालों में ही मिल रहे थे. टीका का नाम एमआर दिया गया है. इसके लिए जिला व प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है. टीका का मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है. फिलहाल झारखंड व धनबाद में शिशु मृत्यु दर एक हजार बच्चों की तुलना में 208 के लगभग है.
एमएमआर की जगह एमआर वैक्सीन होगा नाम : यह वैक्सीन फिलहाल तीन बीमारियों के लिए आता है. ये बीमारी हैं मिजिल्स, मंप्स व रुबेला. हालांकि सरकारी केंद्रों में मिजिल्स का टीका उपलब्ध है. इसलिए मंप्स व रुबेला वैक्सीन को ही सरकारी केंद्रों व अस्पतालों से जोड़ना है. इसलिए नये टीके को एमआर (मम्प्स व रुबेला) कहा गया है.
क्या है रुबेला : इसे जर्मन मिजिल्स भी कहते हैं. यह तेजी से फैलने वाला संक्रामक रोग है. इसमें त्वचा पर गुलाबी चकते हो जाते हैं. रुबेला से संक्रमित गर्भवती माता के बच्चे को यह बीमारी होने की संभावना अधिक होती है. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में हवा के माध्यम से यह तेजी से फैलती है. इसका कोई ठोस इलाज नहीं है.
क्या है मंप्स : मंप्स वायरस से होने वाली बीमारी है. वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में सांसों के माध्यम से फैलता है. छींकते वक्त यह तेजी से दूसरों को संक्रमित करता है. इससे एक अोर गाल में सूजन आ जाता है. इसे गलसुआ भी कहते हैं. इससे इंसेफ्लाइटिस भी हो सकता है.
टीकाकारण में नये वैक्सीन जोड़े जा रहे हैं. बाजार में टीके महंगे हैं. अब सरकारी केंद्रों में मिलने से गरीबों को लाभ मिलेगा.
डॉ ए एक्का, सीएस, धनबाद.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement