धनबाद: राज्य के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा है कि झारखंड पुलिस पर अंकुश की जरूरत है. पुलिस आम लोगों खास कर बिना हेलमेट वालों पर गिद्ध की तरह टूट पड़ती है. रविवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि हेलमेट के लिए वाहन चालकों को रोकने […]
धनबाद: राज्य के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा है कि झारखंड पुलिस पर अंकुश की जरूरत है. पुलिस आम लोगों खास कर बिना हेलमेट वालों पर गिद्ध की तरह टूट पड़ती है.
रविवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि हेलमेट के लिए वाहन चालकों को रोकने या जांच करने का कोई अधिकार ट्रैफिक पुलिस को नहीं है. मुख्यमंत्री ने इस संबंध में डीजीपी को स्पष्ट आदेश दिया है. रांची में तो हेलमेट चेकिंग बंद हो चुकी है. जनता अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट पहने. अगर कोई हेलमेट नहीं पहनता है तो पुलिस नंबर नोट कर चालान काट कर उसके घर भेज दे. लेकिन यहां ट्रैफिक पुलिस वाले गिद्ध की तरह देखते रहते हैं.
जैसे कोई बिना हेलमेट वाले या नो इंट्री तोड़ने वाले दिखते हैं उसे खदेड़ कर पकड़ते हैं, गाड़ी की चाबी छीन लेते हैं. यह सब पैसे के लिए होता है. इसके चलते कई बार दुर्घटनाएं होती हैं या जाम लग जाता है. राज्य के अधिकांश थानों में एफआइआर तक जल्दी दर्ज नहीं होती. जमीन दलालों या थानों के दलालों की ही चलती है. इस दौरान मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, धनबाद के विधायक राज सिन्हा, भाजपा के प्रदेश मंत्री प्रो. सरिता श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष अमलेश सिंह भी मौजूद थे.
पत्रकारों को परेशान करना बंद करे पुलिस
इससे पहले पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्री से मिला और घनुडीह थाना में एक पत्रकार विपिन रजक पर गलत मुकदमा करने की शिकायत की. पूरे मामले से अवगत कराया. मंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी को फोन कर कहा कि कोई आपातकाल लागू नहीं है कि खबर लिखने या दिखाने पर मीडिया कर्मियों पर केस कर दिया जाये. ऐसे मामले की जांच कराने व भविष्य में मीडिया कर्मियों पर गलत मुकदमा नहीं करने की बात भी कही. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व धनबाद प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजीव झा ने किया. प्रतिनिधिमंडल में प्रियेश कुमार, अभिषेक सिंह, बलराम दुबे, नितिश मिश्र, रविकांत झा, मनोज शर्मा, नीरज, जेडी गुप्ता, शैलेश रावल सहित कई पत्रकार शामिल थे.