झरिया. सौरभ साव की हत्या के तीन दिन गुजर चुके हैं. कोयरीबांध स्थित मकान में आज भी मातमी सन्नाटा पसरा है. परिजन के आंसू नहीं सूख रहे. मुख्य आरोपी सुमित साव उर्फ कारू ने अपने साथी संटी राउत, विकास साव व सोनू उर्फ काना के साथ मिलकर धारदार चाकू से सौरभ की हत्या कर दी थी. ये चारों जेल में हैं, लेकिन एक परिवार को ऐसा दर्द दे दिया है, जो सालों उनके दिल-दिमाग में चुभता रहेगा. सौरभ के पिता रामचंद्र साव ने कहा कि उनके दो पुत्रों में बड़ा पुत्र श्याम सागर है.
सौरभ की हत्या कर दी गयी है. एक ही बेटी सोनाली है, जो आरएसपी कॉलेज झरिया बी कॉम द्वितीय वर्ष की छात्रा है. सौरभ पढ़ाई के साथ-साथ उनके काम में भी हाथ बंटाता था. दुश्मनों ने उनकी कमर ही तोड़ दी. अब तो मानसिक व आर्थिक रूप परेशान हैं. मां रंजना देवी कुछ भी बोलने की हालत में नहीं थी. सौरभ की बात सुनते ही उनकी आंखें भर आयीं. बहन सोनाली ने कहा कि वे लोग गरीब परिवार से हैं, बावजूद पापा ने उनलोगों को पढ़ाने में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ी है. भाई सौरभ इस बार प्लस-टू की परीक्षा देता. वह बार-बार कहता था कि दीदी चिंता मत करो, हमलोग पढ़-लिख कर पापा का दुख दूर करेंगे. यह कह सोनाली रोने लगी.
रोते-रोते बोली- अब पापा की तकलीफ कैसे दूर होगी. जब तक मेरे भाई के आरोपियों को सजा नहीं हो जाती है, मैं चैन से नहीं बैठूंगी. इसके लिए धनबाद सांसद, झरिया विधायक, मुख्यमंत्री से मिलूंगी. कहा कि अगर प्रशासन जरा भी साथ देता तो अपने भाई को नहीं खोती. 19 जून, 2016 को झरिया थाना में हत्या के आरोपी सुमित साव उर्फ कारू, संटी राउत, विकास साव, सोनू उर्फ काना के विरुद्ध घर में घुस कर मारपीट, छेड़खानी की लिखित शिकायत की थी. पुलिस की लापरवाही से उसके भाई की जान चली गयी. प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं है. पुलिस पैसा लेकर सभी आरोपियों को छुड़ाने में मदद करेगी.
घटना से आहत हैं लोग
मेरी उम्र 65 साल हो गयी है. नशेड़ियों ने सौरभ की हत्या कर दी. यह मेरे सामने घटित पहली घटना है. मुहल्ला बहुत ही शांत था. सभी मिलजुल कर रहते थे. रोजाना सुनते हैं कि मुहल्ले में कुछ युवक नशे की हालत में रहते हैं. युवकों को मना करने पर भी नहीं सुनते है.
बैजनाथ साव
सौरभ बहुत ही शांत दिमाग का बच्चा था. हत्या के दिन शाम में चाय पिलाई. घटना के बाद पूरा मुहल्ला मर्माहित हो उठा. कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतनी बड़ी घटना होगी. आज भी सौरभ का चेहरा मेरे सामने घूम रहा है. मन बेचैन हो उठता है. सौरभ मेरी दुकान पर प्रतिदिन सुबह-शाम आता था.
पन्नालाल साव
युवा अपनी राह से भटक कर अपराध का रास्ता पकड़ रहे हैं. कोयरीबांध मुहल्ले में पहले चोरी तक नहीं होती थी. रात में घर के बाहर वाहन आदि छोड़ कर सोते थे. कुछ दिनों से युवक नशे के कारण चोरी, छिनतई आदि करने लगे हैं. कुछ मेडिकल दुकानदार अपने फायदा के लिए युवकों को बिना डॉक्टर की सलाह की प्रतिबंधित दवा बेच रहे हैं.
प्रदीप सिंह
मुहल्ले में इतनी बड़ी घटना के पीछे नशाखोरी है. वर्ष 2016 में नशा के जोश में कोयरीबांध के कई युवक मंजीत साह के घर में घुस कर चोरी की घटना को अंजाम दिये थे. जब तक प्रशासन की ओर से ऐसे नशेड़ियों पर नकेल नहीं कसी जायेगी, ऐसी घटना होती रहेगी. कम उम्र के बच्चे ऐसे दलदल में फंसते जा रहे है.
राहुल साव
सौरभ के पिता रामचंद्र साव गरीब होने के बावजूद अपनी संतान को पढ़ाना नहीं छोड़े. सौरभ का चेहरा आज भी मेरी नजरों के सामने घूम रहा है. छेड़खानी व मारपीट मामले में झरिया पुलिस वर्ष 2016 से लापरवाही बरतती आ रही है. अगर पुलिस कोई कार्रवाई करती तो घटना टल जाती.
विक्की साव
मैंने सिविल सर्जन को 2011-2013 के दौरान बेची जा रही प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर रोक लगाने के लिए कई बार पत्र लिखा. डॉक्टर जांच के नाम पर दुकानदारों से पैसा लेकर चले गये. आज भी मेन रोड में एक ऐसी दुकान है, जहां बिना डॉक्टर की सलाह की कोई भी दवा मिल जाती है. एक युवक पीएमसीएच में भरती है, जो जीवन-मृत्यु से लड़ रहा है.
अनूप साव, पूर्व पार्षद वार्ड