डीजीएमएस व बीसीसीएल की रिपोर्ट में तेजी से भूमिगत आग और गैस फैलने का दावा
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अब कतरास-धनबाद सड़क पर खतरा
डीजीएमएस व बीसीसीएल की रिपोर्ट में तेजी से भूमिगत आग और गैस फैलने का दावा सिजुआ : कतरास-धनबाद मुख्य मार्ग काे भूमिगत आग से खतरा है. सड़क के किनारे आग और गैस तेजी से फैल रही है. डीजीएमएस (डायरेक्टर जेनरल ऑफ माइंस सेफ्टी) तथा बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) के सर्वे विभाग की रिपोर्ट की […]
सिजुआ : कतरास-धनबाद मुख्य मार्ग काे भूमिगत आग से खतरा है. सड़क के किनारे आग और गैस तेजी से फैल रही है. डीजीएमएस (डायरेक्टर जेनरल ऑफ माइंस सेफ्टी) तथा बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) के सर्वे विभाग की रिपोर्ट की मानें, तो अंगारपथरा के समीप आग सड़क से मात्र 150-200 मीटर की दूरी पर, जबकि पांडेडीह में यह 20-25 मीटर की दूरी पर पहुंच चुकी है. यदि जल्द इस दिशा में कार्यवाही नहीं की गयी, तो लाखों टन कोयला के जलने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
साथ जानमाल के नुकसान की भी आशंका है. डीजीएमएस व बीसीसीएल की यह रिपोर्ट गुरुवार को सिजुआ क्षेत्र के महाप्रबंधक एके दत्ता को मिली. विभागीय सूत्रों की मानें तो प्रभावित इलाकों के आसपास 50 मिलियन टन कोयला मौजूद है. एके दत्ता कहते हैं, ‘डिस्ट्रिक्ट बोर्ड रोड तेजी से आग और गैस की चपेट में आ रहा है. दोनों किनारों पर दर्जनों बीसीसीएल आवास के साथ बस्तियां भी स्थित हैं. इन्हें खाली कराने की दिशा में प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है.’
डीसी रेललाइन के बाद सड़क पर संकट : भूमिगत आग के खतरे से धनबाद-चंद्रपुरा रेललाइन पर परिचालन बंद किये जाने के बाद अब बारी कतरास-धनबाद मार्ग की है. बीसीसीएल व जिला प्रशासन ने डेंजर जोन में रह रहे लोगों से अविलंब इलाका खाली कराने के लिए कमर कस ली है. झरिया एक्शन प्लान के तहत कुल 95 बस्ती तथा काॅलोनियों को चिह्नित किया गया है. इन्हें हर हाल में यहां से हटाकर सुरक्षित स्थान पर बसाना सबसे बड़ी चुनौती है. डीजीएमएस तथा बीसीसीएल के सर्वे विभाग ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि इन इलाकों के नीचे आग और गैस तेजी से फैल रही है. कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है.
अब कतरास…
रिपोर्ट के मुताबिक, कतरास क्षेत्र के अंगारपथरा, चैतुडीह गजलीटांड़, सलानपुर, कतरास चैतुडीह, सलानपुर, केशलपुर, वेस्ट मोदीडीह कोलियरी अंतर्गत आनेवाले दर्जनों गांव तथा बीसीसीएल की कई काॅलोनियां शामिल हैं. वहीं सिजुआ क्षेत्र के मोदीडीह, सेंद्रा बांसजोड़ा, जोगता, तेतुलमारी कोलियरी के भी दर्जनों गांवों को सूचीबद्ध किया गया है. अगर ऐसा हुआ तो इतनी बड़ी आबादी को सुरक्षित स्थान पर बसाना न सिर्फ कंपनी, बल्कि जिला व राज्य सरकार के लिए भी सिरदर्द साबित होगा.
डायवर्सन से बढ़ेगी कतरासवासियों की परेशानी: आग के खतरों को देखते हुए बीसीसीएल कतरास-धनबाद मार्ग बंद करने के बाद डायवर्सन पर काम कर रहा है. जानकार सूत्र बताते हैं कि कोल उत्पादक कंपनी सड़क पंजाबी मोड़ से डायवर्ट कर तेतुलमारी में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के पास मिलायेगी. हालांकि इससे कतरासवासियों को कोई फायदा नहीं होगा. यहां के लोगों को मजबूरन हीरक रोड पकड़ लिलोरी स्थान, कांको मठ होते हुए धनबाद आना-जाना करना होगा. दूसरा विकल्प मालकेरा-भेलाटांड़-कपूरिया मोड़ है. यह सड़क बोकारो-धनबाद मार्ग पर मिलती है.
डेंजर जोन में रहनेवालों
को हटाने की कवायद
विस्थापित होगी हजारों की आबादी
डायवर्सन पर मंथन कर रहा बीसीसीएल
क्षेत्र में 50 मिलियन टन कोयला मौजूद
1. बीसीसीएल डायवर्सन पर काम कर रहा है. सूत्र बताते हैं कि नयी सड़क पंजाबी मोड़ से डायवर्ट कर तेतुलमारी में बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के पास मिलायेगी. हालांकि इससे कतरासवासियों को कोई फायदा नहीं होगा.
2. मालकेरा भेलाटांड़ कपूरिया मोड़ है. यह सड़क बोकारो-धनबाद मार्ग पर
मिलती है.
इन इलाकों को खतरा
कतरास क्षेत्र : अंगारपथरा, चैतुडीह गजलीटांड़, सलानपुर, कतरास चैतुडीह, सलानपुर, केशलपुर, वेस्ट मोदीडीह कोलियरी अंतर्गत कई गांव व काॅलोनियां. सिजुआ क्षेत्र : मोदीडीह, सेंद्रा बांसजोड़ा, जोगता, तेतुलमारी कोलियरी अंतर्गत दर्जनों गांव. सड़क डायवर्ट करना एकमात्र विकल्प बचा है. सबसे पहले लोगों को सुरक्षित स्थान पर बसाना कंपनी का उद्देश्य है.
एके दत्ता, जीएम, सिजुआ क्षेत्र
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