मधु ने बताया कि डॉक्टर से पहले से जान पहचान थी. छह जनवरी 2016 को डॉक्टर ने कुछ काम बता कर उससे एक लाख रुपये लिये थे. रुपये अप्रैल माह में लौटाने की बात हुई थी. इसके लिए बकायदा डॉक्टर ने स्टांप पेपर में लिखित दिया कि वह उनसे एक लाख रुपये ले रहा है, जिसे तीन माह में वापस कर देगा.
मधु ने बताया कि एक साल बीत जाने के बाद भी डॉक्टर पैसे की मांग करने पर टालमटोल करता आ रहा था. इस संबंध में महिला थाना प्रभारी अगुस्टीना लकड़ा ने डॉक्टर की खोजबीन करवायी, परंतु वह नहीं मिला. थाना प्रभारी ने बताया कि 30 जून को डॉक्टर को बुला कर पैसा वापस दिलाया जायेगा. इसके लिए राजी नहीं होने पर डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.