कर्मी काशीटांड़, बेलडांगा, शाना, रतनपुर, पलहारपुर, कमारडीह, बरबेंदिया, डोमभूई होते हुए एमपीएल गेट के समक्ष पहुंचे. यहां सभा हुई. संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि एमपीएल प्रबंधन उन्हें केवल भरमा रहा है. आज तक न तो स्थायी गेट पास दिया गया और न ही विस्थापितों के साथ किये गये एकरारनामा की प्रति दी गयी.
ज्वाइनिंग लेटर भी कार्यरत विस्थापित मजदूरों को नहीं दिया गया. बंधुआ मजदूर की तरह काम करने को विवश हैं. उन्हें भय है कि कब नियोजन से प्रबंधन निकाल देगा. प्रबंधन का शोषण पराकाष्ठा पार कर चुका है. इसके खिलाफ 24 जून को पूर्णी मोड़ पर महापंचायत का आयोजन जायेगा. मौके पर सुजीत तिवारी, मिलन मंडल, अमल भंडारी, राहुल, श्याम सुंदर, देवाशीष तिवारी, प्रज्ज्वल तिवारी, रवि तिवारी, कालू माजी, सुदीप मिश्रा, प्रभात तिवारी, कल्याण मिश्रा सहित अन्य मौजूद थे.