50 से अधिक साइबर ठगों का नाम छत्तीसगढ़ पुलिस के पास
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छत्तीसगढ़ के कई थानों ने तैयार की है घोरमारा के साइबर ठगों की प्रोफाइल
50 से अधिक साइबर ठगों का नाम छत्तीसगढ़ पुलिस के पास देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के साइबर ठगों का नाम स्थानीय पुलिस के पास हाे या न हो, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस के पास इस इलाके के 50 से अधिक साइबर ठगों की पूरी कुंडली है. छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर समेत कई थानों में घोरमारा […]
देवघर : मोहनपुर थाना क्षेत्र के साइबर ठगों का नाम स्थानीय पुलिस के पास हाे या न हो, लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस के पास इस इलाके के 50 से अधिक साइबर ठगों की पूरी कुंडली है. छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर समेत कई थानों में घोरमारा इलाके के 50 से अधिक साइबर ठगों की पूरी प्रोफाइल है. इसमें घोरमारा समेत बांक, बांझी, लतासारे, जगतपुर, खरगडीहा, सिरसा, मोरने, पारोडाल, सनबदिया डुमरिया, जमुआ, बंदरबोना आदि गांवों के साइबर ठगों का नाम, पिता का नाम समेत पूरा पता छत्तीसगढ़ के कई थानों में प्रोफाइल तैयार कर रखा गया है. इस इलाके के साइबर ठगों द्वारा अक्सर छत्तीसगढ़ के लोगों को ठगा जाता है.
छत्तीसगढ़ पुलिस पिछले दो वर्षों में करीब 21 बार केवल घोरमारा के आसपास कई गांवों में छापेमारी कर चुकी है. इससे पहले भी रायपुर में एडीजे के बैंक खाते से पैसे निकालने के मामले में घोरमारा के भानू कुमार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था. भानू डेढ़ वर्ष बाद जेल से छूटकर आया है.
लगातार छापेमारी कर छत्तीसगढ़ की साइबर सेल ने इस इलाके का एक-एक साइबर ठगों की प्रोफाइल तैयार कर ली है. नेटवर्क सर्च मशीन के जरिये इस इलाके के साइबर ठगों के लोकेशन की पल-पल जानकारी छत्तीसगढ़ पुलिस को रहती है. घोरमारा बाजार में इन दिनों तीन चमचमाती कार भी पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है. हजारीबाग पुलिस ने भी एक साइबर ठग को गिरफ्तार किया था, जबकि आनंद मंडल व जकीरिया को पुलिस नहीं खोज पायी है.
..और जब पिता ने बेटे को नहीं पहचाना
छत्तीसगढ़ पुलिस के साइबर सेल के पास साइबर ठगों के प्रोफाइल का खुलासा तब हुआ जब सोमवार की रात रायपुर क्राइम ब्रांच के सब इंस्पेक्टर राजेंद्र कवंर के नेतृत्व में पुलिस ने नेटवर्क सर्च मशीन के साथ घोरमारा बाजार में पहले सुमन मंडल के घर पहुंची. पुलिस ने सुमन के पिता लक्खी मंडल को जब सुमन का फोटाे दिखाया तो उन्होंने पहचानने से इंकार करते हुए कहा दिया कि यह मेरा बेटा नहीं है. पुलिस सतर्क हुई और कहा कि मैंने कब पूछा कि यह आपका बेटा है.
पुलिस का शक बढ़ गया और थोड़ी सख्ती दिखायी, तभी लक्खी मंडल ने बताया कि सुमन छत पर सोया है. पुलिस ने पहले सुमन को तथा फिर गौरव को पड़ोसी के छत में सोते हुए गिरफ्तार किया. धीरज के घर जब पुलिस पहुंची तो बता दिया कि वह बारात गया है. सब इंस्पेक्टर श्री कंवर के अनुसार छत्तीसगढ़ पुलिस जल्द ही इस इलाके में बड़े पैमाने पर कार्रवाई करेगी, पुलिस के चुंगल से बाहरे रहने वाले साइबर ठगों के घर कुर्की-जब्ती तक की जायेगी.
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