लेकिन ताजपोशी हो न सकी. क्यों नहीं हुई और आगे कब होगी, यह सवाल अब भी अनुत्तरित है. इसे लेकर देव नगरी में तरह-तरह की चरचा गरम है. बुधवार को भी लोगों के बीच इस मुद्दे पर लगातार बात होती रही. बिना किसी स्पष्टीकरण व सूचना के ताजपोशी का समय टल गया. कहा जा रहा है कि ताजपोशी नहीं होने की सबसे बड़ी वजह सरकारी अधिसूचना जारी नहीं होना है.
वैसे कई लोग ताजपोशी टलने के लिए सूतक को वजह मान रहे हैं. वैसे इसकी पक्की जानकारी जिला प्रशासन समेत मंदिर से जुड़े किसी अधिकारी को नहीं है कि अधिसूचना कब जारी होगी और कैसे जारी होगी. गौरतलब है कि सरदार पंडा के फैसले के बारे में कोर्ट के द्वारा सरकार को सूचित कर दिया गया है. उनके वंशजों के द्वारा भी श्राइन बोर्ड व बोर्ड के सीइओ को ताजपोशी के बारे में पत्र के माध्यम से सूचना दी गयी थी. लेकिन इसका क्या जवाब आया इसकी सूचना किसी के पास नहीं है.