देवघर: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को फिर खेतौरी, घटवार-घटवाल को जनजातीय श्रेणी में शामिल करने का मुद्दा उठाया.उन्होंने मैटर अंडर रूल 377 के तहत रेफरेंस के साथ तर्क प्रस्तुत कर उपरोक्त जातियों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला.
इस प्रश्न के जवाब में केंद्रीय जनजातीय कार्य और पंचायती राज मंत्री ने कहा कि जनजातीय कार्य सचिव की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है. जो समुदायों के अनुसूचीकरण से संबंधित मुद्दों को संबोधित करेगी और अपने तथ्यों पर रिपोर्ट देगी.
यह टास्क फोर्स अनुसूचित जनजातियों की सूची में समुदायों को जोड़ने के संबंध में और समुदायों को जोड़ने/हटाने के वर्तमान मानदंडों/प्रणाली/प्रक्रियाओं के संबंध में प्रस्तावों पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग(एनसीएसटी), भारत के महापंजीयक की विभिन्न टिप्पणियों और राज्य सरकार के दावों की जांच करेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टास्क फोर्स की रिपोर्ट के बाद इस मामले पर निर्णय लिया जायेगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रलय में अनुमोदित रीति के अनुसार प्रस्तावों पर कार्रवाई की गयी है. इनमें से बहुत से प्रस्तावों पर वर्तनी भेद, ध्वन्यात्मक वैभिन्य, प्रवासियों के मुद्दों, मानव जाति विज्ञान/औचित्यकरण मुद्दों जैसे जटिल कारकों के कारण उपरोक्त विषय को अंतिम निर्णय तक नहीं पहुंचाया जा सका.