देवघर: नेशनल यूनियन व एनएफपीइ के संयुक्त आह्वान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल देवघर समेत संपूर्ण संताल परगना में असरदार रहा. डाक कर्मी समेत सभी केंद्रीय कर्मचारी अपने-अपने काम छोड़ विरोध-प्रदर्शन में जुटे रहे.
मुख्य डाकघर के पास संयुक्त डाक संघर्ष समिति के सदस्यों ने धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया. डाक कर्मियों की हड़ताल से पोस्टल बैंकिंग, रेलवे आरक्षण, रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट नहीं हो सका. वहीं डाक टिकट समेत डाक लिफाफे आदि नहीं मिलने से खास कर छात्रों समेत लोगों को काफी कठिनाई हुई.
हड़ताल से देवघर में डाक विभाग के 25 लाख का कारोबार प्रभावित रहा. वहीं संपूर्ण संताल परगना में करीब दो करोड़ के कारोबार का डाक विभाग को नुकसान हुआ है. मौके पर नेशनल यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार यादव समेत अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ पी-तीन के सचिव अजीत कुमार, पी-4 के सचिव ब्रह्देव प्रसाद साह, विनय कुमार, रवि कुमार समेत अन्य डाक कर्मियों ने हड़ताल को सफल बताया.
क्या है मुख्य मांगें
मुख्य मांगों में सातवें वेतन आयोग के गठनोपरांत कुछ बिंदुओं पर संशोधन करने, केंद्रीय कर्मियों व पेंशनरों को नकद-मुक्त चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने, प्रत्येक पांच वर्षो में वेतन का पुनर्निधारण करने, ग्रामीण डाक सेवकों को नियमित करने, अनुकंपा की नियुक्ति में अवरोध समाप्त करने, खाली पदों को भरने, छंटनी-निजीकरण व आउटसोर्सिग समाप्त करने, सेवाकाल में पांच प्रोन्नति देने और ट्रेड यूनियन पर कुठाराघात बंद करने सहित अन्य मांगें शामिल हैं.