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शिक्षिकाएं व कर्मी बेमियादी हड़ताल पर 10 हजार छात्राओं की पढ़ाई बाधित

संताल परगना के 43 विद्यालय में करीब 10 हजार छात्राएं हैं नामांकित बेमियादी हड़ताल की वजह से स्कूलाें में लटका है ताला, पढ़ाई ठप विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका व कर्मियों की संख्या तीन सौ से अधिक छुट्टी के बाद विद्यालय पहुंची छात्राओं को लौटना पड़ा घर राज्यस्तरीय धरना, विधानसभा व राजभवन घेराव कार्यक्रम को सफल […]

संताल परगना के 43 विद्यालय में करीब 10 हजार छात्राएं हैं नामांकित
बेमियादी हड़ताल की वजह से स्कूलाें में लटका है ताला, पढ़ाई ठप
विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका व कर्मियों की संख्या तीन सौ से अधिक
छुट्टी के बाद विद्यालय पहुंची छात्राओं को लौटना पड़ा घर
राज्यस्तरीय धरना, विधानसभा व राजभवन घेराव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कर्मी रांची रवाना
विभागीय स्तर पर नहीं किया गया पठन-पाठन का वैकल्पिक इंतजाम
देवघर : संताल परगना के 43 कस्तूबरा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की शिक्षिकाएं तथा कर्मी वेतन वृद्धि, समायोजन सहित अन्य मांगों के समर्थन में 13 अक्तूबर से बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं. सभी विद्यालय में नामांकित छात्राओं की संख्या करीब 10 हजार है. राज्यस्तरीय धरना, विधानसभा तथा राजभवन घेराव कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अधिकांश कर्मी रांची कूच कर गये हैं.
राज्यस्तरीय संघ के आह्वान पर आंदोलनरत शिक्षिकाएं व कर्मी दुर्गापूजा की छुट्टी के पहले से ही आंदोलनरत थे. दुर्गापूजा की छुट्टी में बच्चियों को घर भेजने के बाद उन्हें पुन: विद्यालय में वापस नहीं लिया गया. नतीजा दुर्गापूजा की छुट्टी के बाद पढ़ाई के लिए अपने घरों से विद्यालय पहुंचने वाली बच्चियों को पुन: घर लौटना पड़ा. सभी जिलों के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में ताला लटका पड़ा है. कोई जानकारी देने के लिए भी विद्यालय कैंपस में उपलब्ध नहीं है. इससे पहले आंदोलनरत कर्मी दो अक्तूबर को सामूहिक उपवास पर रहे थे. तीन अक्तूबर को काला बिल्ला लगाकर कामकाज करते हुए विरोध किया था. विभागीय स्तर पर पठन-पाठन को लेकर कोई वैकल्पिक इंतजाम नहीं किया गया है.
केस स्टडी : वन
जसीडीह : कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय देवघर में शुक्रवार को भी ताला लटका रहा. राज्यस्तरीय संघ के आह्वान पर अपनी मांगों को लेकर शिक्षिका एवं कर्मी हड़ताल पर चले गये हैं. बेमियादी हड़ताल के कारण न तो कोई कर्मी विद्यालय पहुंचे, न ही कोई छात्राएं विद्यालय में उपस्थित थीं. बेमियादी हड़ताल की वजह से विद्यालय में नामांकित छात्राओं का पठन- पाठन बाधित हो गया है. विद्यालय में नामांकित छात्राओं की संख्या करीब तीन सौ है. बेमियादी हड़ताल की वजह से छात्राओं के माता-पिता व अभिभावक भी परेशान हैं कि आखिर कब से विद्यालय में पठन-पाठन शुरू होगा.
संताल में हैं 43 केजीए विद्यालय
संताल परगना में कुल 43 कस्तूबरा गांधीबालिका आवासीय विद्यालय है. इसमें दुमका जिले में 10, देवघर व गोड्डा जिले में आठ-आठ, साहिबगंज में सात, पाकुड़ में छह तथा जामताड़ा में चार कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय का संचालन हो रहा है. यहां नामांकित छात्राओं की संख्या करीब 10 हजार है.
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने तथा गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई के लिए सरकार के स्तर से संताल परगना में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की शुरुआत की गयी थी. लेकिन, वर्तमान हालात ठीक विपरीत है. विभागीय स्तर पर पठन-पाठन का कोई समुचित इंतजाम नहीं किया गया है. आखिर कब तक आंदोलन चलेगा. इस संबंध में भी विभाग खुलकर बोलने को तैयार नहीं है.
विद्यालय में पठन-पाठन ठप
मधुपुर. अपनी मांगों को लेकर मधुपुर केजीएवी की शिक्षिकाओं के हड़ताल पर जाने से विद्यालय में पठन-पाठन ठप हो गयी है. स्कूल में तकरीबन तीन सौ छात्राएं अध्ययनरत हैं. छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. कई छात्राएं तो घर लौट गयी तो कई हड़ताल की सूचना के बाद स्कूल ही नहीं आयी.

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