देवघर: जमीन अधिग्रहण में तेजी आती तो शायद देवघरवासियों जल्द 24 घंटे बिजली भी उपलब्ध हो जाती. देवीपुर प्रखंड के हुसैनाबाद गांव में चार हजार मेगावाट का अल्ट्रा मेगावाट पावर प्लांट स्थापित होना है. इसके लिए आसपास गांव के लगभग 600 एकड़ जमीन अधिग्रहण प्रस्तावित है.
केंद्र सरकार से इसकी स्वीकृति भी मिल चुकी है.
अगर मेगा पावर प्लांट चालू हो जाये तो देवघर क्या पूरे झारखंड में सरप्लस बिजली का उत्पादन होगा. देवघर से बाहरी राज्यों तक बिजली जायेगी व भारी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. लेकिन राज्य सरकार अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पूरा नहीं कर पायी है. भू-अजर्न विभाग इसमें काफी पीछे है. वर्तमान समय में अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट की जमीन अधिग्रहण का मामला लंबित है. जिला प्रशासन स्तर भी इसमें कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है. जबकि अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट के तर्ज पर देवघर में कई बड़ी परियोजनाएं जमीन अधिग्रहण के कारण पाइप लाइन में अटकी है.
16 आना रैयतों को नोटिस तक नहीं
अल्ट्रा मेगा पावर प्लांट में 22 गांव की जमीन अधिग्रहण प्रस्तावित है. इसमें हुसैनाबाद, चितरपुर, समलापुर, झुंडी, बंदगारी, खुटाबांध, खरखोट, फुलकरी, नारायणडीह, कटघरी व कुमियाबाद समेत 22 गांव है. भू-अजर्न विभाग को इसमें जमीन की प्रकृति को चिह्न्ति कर 16 आना रैयतों को नोटिस करना है. रैयतों को मुआवजा राशि का भुगतान किया जाये. लेकिन अब तक 16 आना रैयतों को नोटिस नहीं की गयी है. हालांकि पिछले दिनों संबंधित कंपनी के लोगों ने जमीन का जायजा भी लिया व इसे पावर प्लांट के लिए उपयुक्त भी बताया था.