देवघर: नन बैंकिंग कंपनी बर्धमान-सन्मार्ग के आधा दर्जन एजेंट बुधवार को कंपनी के एक कर्मी के खिलाफ शिकायत लेकर नगर थाने पहुंचे. वे सभी थाना प्रभारी की गैर हाजिरी में नगर पुलिस इंस्पेक्टर से मिले व अपनी समस्या रखी. इस संबंध में एजेंट विकास कुमार ने बताया कि पुलिस द्वारा मामले की पड़ताल करने का आश्वासन दिया गया. मगर समुचित पहल नहीं की गयी.
बाद में थाना द्वारा एसडीओ से संपर्क साधने को कहा गया. एसडीओ के मोहनपुर दौरे पर रहने के कारण एजेंटों की मुलाकात उनसे नहीं हो सकी. श्री कुमार सहित दूसरे अन्य एजेंटों ने बताया कि वे सभी वर्धमान-सन्मार्ग नामक नन बैकिंग कंपनी के लिए शहर के दर्जनों लोगों से पैसे लेकर कंपनी के खाते में जमा किया करते थे.
इसी क्रम में पिछले वर्ष फरवरी महीने में प्रशासन ने उक्त कंपनी के साथ शहर के दो दर्जन से अधिक कंपनी के कार्यालयों को सील कर दिया था. इस बीच उपभोक्ताओं की पॉलिसी मैच्योर होने के बावजूद उपभोक्ताओं को पैसे वापस नहीं किये जा सके . इसी बीच राय कंपनी मोड़ के समीप एक पान दुकान संचालित करने वाले कंपनी के एक एजेंट (उमेश कुमार) ने पश्चिम बंगाल में इसी कंपनी के खाते में पैसे जमा करने की सलाह दी. बाद में देवघर के एजेंटों ने पैसे जमा करवाये. मगर वो मनी रिसिप्ट देने की बात पर मुकरता रहा. सोमवार को उससे फोन पर संपर्क साधा गया तो वह मंगलवार को देवघर पहुंचकर सभी लोगों से मिलने का आश्वासन दिया. कल नहीं आया. मगर आज सुबह उसके कार्यालय का ताला खुला हुआ था. वहां से मुकेश कुमार नामक एक निवेशक द्वारा कार्यालय से कागजात समेट कर हटाने का प्रयास चल रहा था.
इस बीच भनक लगते ही सभी वहां पहुंचे. आपत्ति जाहिर की. बाद में मामला थाना जा पहुंचा. इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर एके सिंह ने कह कि चूंकि प्रशासन ने कार्यालय को सील किया था. अब जब कुछ नया हुआ है तो लोगों को अनुमंडल पदाधिकारी के यहां भेज दिया गया. ज्ञात हो नन बैंकिंग कंपनियों पर एसडीओ के लिखित बयान पर नगर थाना में एफआइआर दर्ज किया गया था.