देवघर: नन-सेलेबुल जमीन पर बने मकानों से देवघर नगर निगम सुविधा शुल्क वसूल करेगा. क्षेत्र के आधार पर सुविधा शुल्क का निर्धारण शीघ्र ही किया जायेगा. ड्रेनेज सिस्टम से परेशान लोगों को निजात दिलाने के लिए छतीसी तालाब से हरिहर बाड़ी तक बड़ा नाला निर्माण कराया जायेगा.
यह फैसला मंगलवार को देवघर नगर निगम की संपूर्ण बोर्ड की बैठक में लिया गया. मेयर राज नारायण खवाड़े की अध्यक्षता में कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में स्लम एरिया के विकास के लिए भी विशेष चर्चा की गयी. सभी पार्षदों से अपने-अपने क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं से पर एक रिपोर्ट मांगी गयी. रिपोर्ट व प्राथमिकता के आधार पर क्षेत्र की समस्याओं का समाधान किया जा सके.
झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 के तहत लेखा समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया. 49 सदस्यीय विशेष समिति के गठन के लिए छह फरवरी को बैठक आहूत की गयी है. मत्स्य कार्यालय के समीप बड़े नाला पर नये पुलिया निर्माण पर पार्षदों ने विरोध शुरू कर दिया. पार्षदों द्वारा मांग किया जाना लगा कि निगम क्षेत्र के अन्य हिस्सों में आमलोगों के लिए पुलिया की जरूरत है. लेकिन वहां किसी का ध्यान केंद्रित नहीं है. काफी मशक्कत के बाद पार्षदों की सहमति हुई और पुलिया निर्माण का फैसला लिया गया. श्रवणी मेला 2013 में नेहरू पार्क में किये गये खर्चे पर भी विचार के साथ-साथ आचार्य नरेंद्र भवन जसीडीह को निगम के अधीन रखने का फैसला लिया गया. बैठक में डिप्टी मेयर संजयानंद झा, सभी वार्ड पार्षद सहित देवघर नगर निगम के आयुक्त अलोइस लकड़ा आदि उपस्थित थे.
क्षेत्र के विकास के लिए मांग एक -एक करोड़ रुपये : संपूर्ण बोर्ड की बैठक की शुरुआत में पार्षदों को भनक लग गयी थी कि क्षेत्र के विकास के लिए विभाग द्वारा फंड स्वीकृत किया गया है. पार्षद भी मांग करने लगे कि हमलोगों को एक -एक करोड़ रुपये क्षेत्र के विकास के लिए दिया जाये ताकि क्षेत्र की जनता को बुनियादी व आवश्यक सुविधा उपलब्ध करायी जा सके. पार्षदों की मांग पर मेयर, डिप्टी मेयर व नगर आयुक्त भी सकते में आ गये. समझाने-बुझाने के बाद पार्षद बोर्ड की बैठक के लिए तैयार हुए.